कहीं बच्चे मिले कम, तो कहीं राशन के बिना भूखे लौटे
बीडीओ ने पांच आंगनबाड़ी केंद्रों का किया निरीक्षण, खुली पोल
रानीश्वर. प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति दयनीय है. सरकार की ओर से सुविधा उपलब्ध कराये जाने के बावजूद बच्चों तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. इसका खुलासा सप्ताह भर में बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा द्वारा किए गए पांच आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान हुआ. पिछले मंगलवार को बीडीओ ने बांसकुली पंचायत के चार आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया था, जहां दो केंद्रों पर एक भी बच्चा मौजूद नहीं था, जबकि अन्य केंद्रों पर बच्चों की संख्या नगण्य पायी गयी. सोमवार को भी बीडीओ ने बृंदावनी पंचायत के मातकमबेड़ा आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. दोपहर 12:30 बजे पहुंचे बीडीओ ने पाया कि केंद्र पर एक भी बच्चा मौजूद नहीं था. केवल एएनएम, सहिया साथी और सहायिका वहां मौजूद थीं. टीकाकरण कर रही थीं. मौके पर गर्भवती महिला जरूर मिली, लेकिन रजिस्टर जांचने पर मात्र पांच बच्चों का ही टीकाकरण दर्ज पाया गया. सेविका सुनीता देवी अनुपस्थित पायी गयी. सहायिका ने बताया कि सात बच्चे आये थे, लेकिन राशन उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें जल्दी छुट्टी दे दी गयी. सेविका ने दाल और अंडा भेजने की बात कही थी, लेकिन नहीं भेजा गया, जिसके चलते बच्चों को भोजन नहीं मिल सका. इस मामले में बीडीओ ने सेविका से स्पष्टीकरण मांगा है. इस दौरान प्राथमिक विद्यालय मातकमबेड़ा का भी जायजा लिया गया. यहां मात्र 12 बच्चे उपस्थित थे. शिक्षिका ने बताया कि त्योहार की वजह से उपस्थिति कम रही. हालांकि, विद्यालय में मीनू के अनुसार भोजन दिया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
