‘बेटा-बेटी दुइयो समान’ गाने वाले अलबेला धनबाद में सम्मानित
कार्यक्रम दो सत्रों में संपन्न हुआ. पहले सत्र में पुस्तक एवं स्मारिका का विमोचन हुआ तथा ‘साहित्य से मिलती है समाज को दिशा और दशा’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
जामा. मध्य विद्यालय जामा के सहायक शिक्षक एवं खोरठा भाषा के गीतकार, गजलकार तथा कवि विष्णु देव महतो ‘अलबेला’ को आईआईटी-आईएसएम धनबाद के गोल्डन जुबली हॉल में आयोजित साहित्यिक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. ‘जोहार! कलमकार मंच, झारखंड’ द्वारा आयोजित द्वितीय वार्षिकोत्सव सह साहित्यिक विचार संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन में उन्हें अंगवस्त्र और मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम दो सत्रों में संपन्न हुआ. पहले सत्र में पुस्तक एवं स्मारिका का विमोचन हुआ तथा ‘साहित्य से मिलती है समाज को दिशा और दशा’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह हुआ. इसमें राज्य के विभिन्न जिलों से करीब 60 कवियों ने भाग लिया. इस दौरान कवि विष्णु देव महतो ‘अलबेला’ ने खोरठा कविता “बेटा-बेटी दुइयो समान” प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के पूर्व कुलपति राम मोहन पाठक, विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस श्रीराम दुबे और प्रख्यात कवयित्री निर्मला पुतुल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. संचालन डॉ संगीता नाथ ने किया, जबकि स्वागत भाषण संस्था की संस्थापिका ममता बनर्जी और धन्यवाद ज्ञापन दिनेश रविकर ने दिया.
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