बस लूट कांड: दुमका पुलिस ने बरामद किए 35.50 लाख रुपये, चालक समेत चार गिरफ्तार
दुमका: बीते 27 अगस्त को भागलपुर से कोलकाता जा रही यात्री बस में दुमका के पास हुई एक करोड़ रुपये से अधिक की लूट का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चार अपराधियों में से तीन बिहार के रहने वाले हैं जबकि एक […]
दुमका: बीते 27 अगस्त को भागलपुर से कोलकाता जा रही यात्री बस में दुमका के पास हुई एक करोड़ रुपये से अधिक की लूट का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चार अपराधियों में से तीन बिहार के रहने वाले हैं जबकि एक झारखंड का निवासी है. पुलिस ने अपराधियों के पास से लूटी गई रकम में से 35 लाख 50 हजार रुपये, दो पिस्तौल, तीन गोलियां और लूट में इस्तेमाल की गई तीन गाड़ियां बरामद कर ली है.
योजना के तहत दिया था वारदात को अंजाम
लूट की इस वारदात का खुलासा करने के बाद दुमका पुलिस ने प्रेस कांफ्रेस किया जहां चारों अपराधियों को भी मीडिया के सामने पेश किया गया. घटना के संबंध में जानकारी देते हुए एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि, लूट की वारदात को फुलप्रूफ योजना के तहत अंजाम दिया गया. इसके लिए लूट के मास्टरमाइंट प्रशांत सिंह ने बस ड्राइवर के साथ मिलकर भागलपुर से वर्धमान के बीच कई बार रेकी की. उसे पता था कि बस में एक दिन बहुत बड़ी रकम ले जाई जाने वाली है.
लूट के लिए इस्तेमाल की गई तीन गाड़ियां
रेकी के बाद लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधियों को इकट्ठा करने का जिम्मा रॉकी को सौंपा गया. उसने बिहार और झारखंड के अलग-अलग जिलों से कुल 9 लोगों को इस काम के लिए चुना. बस का पीछा करने और फिर घटना के बाद भागने के लिए तीन गाड़ियों का इंतजाम भी किया गया. हथियारों का इंतजाम भी रॉकी ने ही किया था.
अपराधियोंं ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम
एसपी वीईएस रमेश ने बताया कि घटना वाले दिन भागलपुर से नोनिहाट के बीच अलग-अलग जगह से कुल 09 अपराधी बस में सवार हो गए. जब बस दुमका पहुंची तो वहीं एक होटल के पास रॉकी ने अपराधियों को हथियार मुहैया करवाया. उन्हें शराब भी पिलाई.
जब बस बागनल मोड़ से चिलाडीह पुलिया के पास पहुंची तो अपराधियों ने हथियार निकाल लिया और यात्रियों को डराना-धमकाना शुरू कर दिया. कुछ यात्रियों के साथ मारपीट भी की गई. उसी दौरान एक ने चालक को ड्राइविंग सीट से हटा दिया. वे बस को बागनल मोड़ से जीवनपुर बरमसिया रोड पर ले गए. वहां उन्होंने बस खड़ी करके लूटपाट शुरू कर दी.
अपराधियों ने ड्राइवर के पीछे बने केबिन की डिक्की में से रुपयों से भरे दो बैग समेत एक यात्री का रुपयों से भरा छोटा बैग भी लूट लिया. यात्रियों से गहने और मोबाइल छीन लिए. वारदात को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी अपने साथ लाई छोटी गाड़ियों में सवार होकर भाग निकले. लूटपाट के बाद सभी अपराधी हंसडीहा के पास महादेवगढ़ में इकट्ठा हुए. यहां उन्होंने झाड़ियों में हथियार और मोबाइल छुपा दिया.
खुलासे के लिए बनाई गई थी स्पेशल टीम
घटना की सूचना मिलने के बाद दुमका पुलिस सक्रिय हुई. पुलिस कप्तान ने लूट की वारदात से पर्दा उठाने के लिए एसआईटी का गठन किया. पुलिस ने जांच में जब तकनीक का सहारा लिया तो उनके हाथ रौशन सिंह तक जा पहुंचे. पुलिस ने रौशन सिंह को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मास्टरमाइंड प्रशांत सिंह, बस चालक चंदन उर्फ लक्ष्मण महतो और सौरभ सिंह उर्फ बंटी को गिरफ्तार कर लिया.
अन्य अपराधियों की भी तलाश जारी
पुलिस लूट की इस वारदात में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है. चूंकि घटना में 1 करोड़ रुपये से अधिक की लूट हुई है इसलिए लूटी गई बाकि रकम को बरामद करने का भी प्रयास किया जा रहा है. पुलिस इस एंगल से भी घटना की जांच कर रही है कि दो बैग्स में भरकर इतना सारा पैसा कहां ले जाया जा रहा था. पुलिस को आशंका है कि ये हवाला का पैसा था. इसके लिए पुलिस ईडी और आईटी की सहायता लेने पर विचार कर रही है.
