दुमका में बोले रघुवर, संवाद, नई उर्जा और विकास के लिए प्रेरणा देती है

दुमका : मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को उपराजधानी दुमका पहुंचे. यहां उन्होंने बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम में प्रमण्डलस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन सह संगठनात्मक समीक्षा बैठक में पंचायत संयोजक और सह संयोजकों के साथ सीधा संवाद किया. बैठक में शामिल होते ही सीएम ने ट्वीट कर संदेश दिया, आपके साथ संवाद, नई उर्जा और राज्य के विकास […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2018 1:28 PM

दुमका : मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को उपराजधानी दुमका पहुंचे. यहां उन्होंने बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम में प्रमण्डलस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन सह संगठनात्मक समीक्षा बैठक में पंचायत संयोजक और सह संयोजकों के साथ सीधा संवाद किया. बैठक में शामिल होते ही सीएम ने ट्वीट कर संदेश दिया, आपके साथ संवाद, नई उर्जा और राज्य के विकास के लिए काम करने की नए सिरे से प्रेरणा देता है.

इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ, प्रांतीय संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, मंत्री डॉ लोइस मरांडी, नीलकंठ मुंडा, राज पलिवार और रणधीर सिंह के अलावा विधायक अनंत ओझा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभयकांत प्रसाद, प्रदेश उपाध्यक्ष हेमलाल मुरमू, सुनील सोरेन, प्रमंडल के प्रभारी प्रदीप वर्मा और सह प्रभारी रमेश हांसदा ने शिरकत किया.
1000 पंचायतो से कार्यकर्ता का जुटान
इस प्रमण्डलस्तरीय बैठक में पूरे संताल परगना के एक हजार पंचायतो के पंचायत संयोजक और सह संयोजक भाग लिया . बैठक में मिशन 2019 को लेकर पार्टी के नेता तमाम संगठनात्मक विषयों पर जिलावार समीक्षा हुई .
प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने क्या कहा
प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि आनेवाला वर्ष चुनावी वर्ष है. झारखंड में 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 60 से अधिक और लोकसभा चुनाव में सभी 14 सीटों पर जीत मिले, इसके लिए कमर कसना होगा. बूथों को सशक्त करना होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में अपनी सरकार है. केंद्र की चार और राज्य की तीन साल की उपलब्धि को जनता के बीच ले जाने की जरूरत है. श्री गिलुवा ने कहा कि पिछले चुनाव में हमलोग लोकसभा के चुनाव संताल परगना के तीन में से दो दुमका और राजमहल हार गए थे. इन सीटों को बीजेपी की झोलों में डाले, इसके लिए गांव कस्बे स्तर तक संगठन को पहुंचना होगा, नहीं तो नुकसान हो सकता है.
श्री गिलुवा ने गांव गांव जन जन तक संगठन की पहुंच बनानी होगी. बूथ कमिटी मजबूत होगी तो चुनाव की चुनौती को हम हंसते हंसते मुस्कुराते हुए जीत पाएंगे. बूथ जीतेंगे तो चुनावी युद्ध जीतेंगे.

Next Article

Exit mobile version