Dhanbad News: ढाक ध्वनि, शंख ध्वनि व उलूक ध्वनि से किया गया मां मनसा का आह्वान
Dhanbad News: कोयलांचल में सर्पों की देवी मां मनसा की पूजा अर्चना रविवार को भक्ति भाव से की गयी. भक्तो ने उनका आह्वान कर उनके चरणों में भक्ति समर्पित कर सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की.
कई जगह मां मनसा की प्रतिमा स्थापित की गयी. भक्तों ने उपवास रखकर मां की स्तुति की. उन्हें फल, धान का लावा, पुआ-दूध का भोग अर्पित किया. सरायढेला थाना मोड़ लिंडसे क्लब रोड, अंबेडकर नगर, टिकियापाड़ा, माझेरपाड़ा, धैया समेत अन्य जगहों पर मां मनसा की प्रतिमा स्थापित की गयी. काफी संख्या में महिलाओं व पुरुषों ने पूजा-अर्चना की.
निशि पूजा में दिखा उत्साह, रातभर जागकर भक्तों ने गाये मंगल गीत
श्री श्री मनसा पूजा समिति सरायढेला दासपाड़ा में भक्तों ने उपवास रखकर मां मनसा की पूजा अर्चना की. ढाक ध्वनि, शंख ध्वनि व उलूक ध्वनि से मां का आह्वान किया गया. सुबह सैकड़ों भक्तों ने लोहारकुली तालाब जाकर कलश में जल भरा वहां से देवी मनसा का स्मरण करते पूजा स्थल पहुंचे. यहां देवी के चरणों के पास कलश रखा गया. रात्री में निशि पूजा की गयी. पूरी रात जागकर भक्तों ने मंगल गीत गाये. सोमवार को सुबह पूजा के बाद उपवास खोला जायेगा. प्रसाद वितरण किया जायेगा. 19 अगस्त को रात्रि में भक्ति जागरण का आयोजन समिति द्वारा किया गया है. 20 अगस्त को प्रतिमा का विसर्जन किया जायेगा. कार्यक्रम को लेकर समिति के सदस्यगण सक्रियता से लगे हैं.
ये है मान्यताएं
मां मनसा भक्तों की मनसा पूरी करती हैं. इनकी पूजा बारिश में की जाती है. इसके पीछे मान्यता है कि देवी सांप, बिच्ठू, जहरीले कीड़े मकोड़ों के प्रकोप से हमारी रक्षा करती हैं. इनकी पूजा करने से सर्प दोष से मुक्ति मिलती है. नियमित पूजा करने से घर से बाधाएं दूर होती है. शारीरिक कष्ट से मुक्ति मिलती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
