Dhanbad News : बोनस, मंईयां योजना व पेंशन के 517 करोड़ रुपये से बूम करेगा धनबाद का बाजार
दुर्गापूजा से दीपोत्सव तक रहेगा गुलजार, जीएसटी स्लैब में बदलाव का ग्राहकों को फायदा
अबकी त्योहारी बाजार कई कारणों से खास होने जा रहा है. एक तरफ कर्मचारियों का बोनस, तो दूसरी तरफ जीएसटी स्लैब में बदलाव से कारोबार में जबरदस्त उछाल होगी. बोनस को कैश करने के लिए बाजार पूरी तरह तैयार है. ऑफर पर ऑफर दिये जा रहे हैं. बाजार में बोनस, मंईयां सम्मान योजना व पेंशन के 517 करोड़ रुपये आयेंगे. इसमें बीसीसीएल का 330 करोड़, रेलवे का 39 करोड़, टिस्को का 20 करोड़, इसीएल का 25 करोड़, मंईयां सम्मान योजना का 88.29 करोड़, पेंशन का 24.90 करोड़ 20 करोड़ शामिल है. जीएसटी स्लैब में बदलाव से कपड़े, जूते-चप्पल, ऑटोमोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम सस्ते हो गये हैं. धनतेरस व दीपोत्सव के लिए लोग अपनी मनपसंद कार की बुकिंग कराने लगे हैं.
सज गया बाजार, बदल गया ट्रेंड
कपड़े, जूते-चप्पल और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी है. दुकानदार अब बोनस का इंतजार नहीं करते, बल्कि एडवांस ऑफर व स्कीम देकर ग्राहकों को खींच रहे हैं. कपड़ा व्यवसायी चंचल चौरसिया ने कहा कि जीएसटी घटने से कपड़ा और किफायती हुआ है. ग्राहकों को बोनस के साथ डबल फायदा मिल रहा है. जूते-चप्पल पर 20 से 40 प्रतिशत तक की छूट, कपड़े एक पर एक फ्री, इलेक्ट्रॉनिक्स में जीरो कॉस्ट इएमआइ के साथ “बोनस टू कैश” स्कीम बाजार में छा गयी है. जूता विक्रेता विनोद भाटिया ने कहा कि जीएसटी घटने से खरीदारी का मूड और बेहतर हुआ है. इस बार बिक्री रिकॉर्ड तोड़ सकती है.धन बरसेगा, दीप जलेगा
जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोयनका का अनुमान है कि बोनस के साथ जीएसटी राहत से इस बार त्योहारी सीजन में कारोबार 30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. खासकर कपड़ा, मिठाई, सजावटी सामान और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री सबसे आगे रहेगी.सेक्टर वार संभावित बिक्री वृद्धि
कपड़े : 25 से 30% जूते-चप्पल : 20 से 25% इलेक्ट्रॉनिक्स : 30 से 35% मिठाई व सजावटी सामान : 15 से 20%किस सेक्टर से कितनी राशि आयेगी
संस्थान कर्मचारी बोनस कुल राशि
बीसीसीएल 33000 (लगभग) 100000 330 करोड़ रेलवे 22000 (लगभग ) 18000 (लगभग) 39 करोड़ टिस्को 1600 (लगभग) ——— 20 करोड़ (लगभग)इसीएल 2500 (लगभग) 100000 25 करोड़मंईयां सम्मान 3.53 लाख (लगभग) 25000 88.29 करोड़ पेंशन 83000 (लगभग) 3000 24.90 करोड़
एमएसएमइ व अन्य संस्थान 20 करोड़डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
