राहत : धनबाद में गांव की स्थिति शहर से बेहतर, कोरोना की तीसरी लहर का नहीं पड़ रहा बहुत ज्यादा असर

कोरोना की तीसरी लहर का धनबाद के गांवों में बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है. इसके साथ साथ ग्रामीणों की रूचि भी टीकाकरण के प्रति बढ़ी है. आंकड़ों के मुताबिक पिछले 20 दिनों के दौरान पॉजिटिव मिले मरीजों में 80 से 90 फीसदी शहरी क्षेत्र के हैं.

By Prabhat Khabar | January 16, 2022 11:07 AM

धनबाद : कोरोना की तीसरी लहर के दौरान कोयलांचल के ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति शहर से बेहतर है. गांवों में सर्दी-खांसी, बुखार के मरीज कम आ रहे हैं. ग्रामीणों में टीकाकरण के प्रति रुचि बढ़ी है. 70 से 80 फीसदी ग्रामीण कम से कम एक डोज ले चुके हैं. टीकाकरण को लेकर सरकारी महकमा भी रेस है.

पंचायतों में कैंप लगा कर वैक्सीन दी जा रही है. दिसंबर के अंतिम सप्ताह से धनबाद में सर्दी-बुखार, खांसी से पीड़ित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी. साथ ही यहां कोविड संक्रमितों की संख्या भी बढ़ी. पॉजिटिव मिले ज्यादातर मरीजों को सर्दी-बुखार की ही शिकायत रही. हालांकि, इसमें भी गंभीर मरीजों की संख्या कम ही रही.

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार यहां पिछले 20 दिनों के दौरान पॉजिटिव मिले मरीजों में 80 से 90 फीसदी शहरी क्षेत्र के हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज कम ही पॉजिटिव आ रहे हैं. बरवाअड्डा, निरसा के कुछ गांवों में सर्दी-बुखार के मरीज आ रहे हैं. लेकिन, सामान्य पारासिटामॉल, एंटीबायटिक एवं एंटी एलर्जी की दवाओं से ठीक हो जा रहे हैं. अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं के बराबर आ रही है.

आंकड़ों में समझें कोरोना की हालत :

धनबाद जिला प्रशासन की तरफ से स्वाब जांच के बाद जारी होने वाली रिपोर्ट पर गौर करें तो स्पष्ट है कि पॉजिटिव मरीजों में लगभग 90 फीसदी मरीज शहरी क्षेत्र के हैं. 14 जनवरी को धनबाद जिला में कुछ 136 पॉजिटिव मरीज मिले. इसमें से 121 मरीज धनबाद नगर निगम क्षेत्र के हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में 14 जनवरी को कुल 804 लोगों की कोविड जांच हुई थी. इसमें केवल 15 पॉजिटिव मरीज मिले. इसी तरह 13 जनवरी को धनबाद जिला में 118 पॉजिटिव मिले थे. जिसमें 99 मरीज शहरी तथा 19 मरीज ग्रामीण क्षेत्र के थे. गुरुवार को ग्रामीण क्षेत्र में 1140 लोगों की स्वाब जांच हुई थी.

ग्रामीणों में पहले की तरह खौफ नहीं, टीकाकरण के प्रति बढ़ी रुचि

जिले में मिल रहे ज्यादातर संक्रमित बाहर के ही आ रहे हैं. स्थानीय लोगों की संख्या काफी कम है. यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में संक्रमितों की संख्या काफी कम है. वैक्सीनेशन पर जोर दिया गया है. यूनिसेफ की टीम भी लोगों को जागरूक कर रही है. वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों को कोविड-19 के दिशा निर्देश का पालन करना है. मास्क पहनना है, हाथों को सैनिटाइज करना है. जरूरत न हो तो भीड़भाड़ वाले इलाकों में न जायें.

डॉ श्याम किशोर कांत, सिविल सर्जन, धनबाद

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version