मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जिस राेगी का इलाज कराने का निर्देश दिया, उसकी जगह दूसरे काे भरती करा दिया जिला प्रशासन ने

धनबाद : तीन दिनों से सड़क के किनारे घायल व्यक्ति के पड़े होने की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जिला प्रशासन को मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने आदेश दिया. इस पर जिला प्रशासन रेस हो गया. डेढ़ घंटे की तलाश के बाद हाउसिंग कॉलोनी में एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 11, 2020 2:41 AM

धनबाद : तीन दिनों से सड़क के किनारे घायल व्यक्ति के पड़े होने की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जिला प्रशासन को मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने आदेश दिया. इस पर जिला प्रशासन रेस हो गया. डेढ़ घंटे की तलाश के बाद हाउसिंग कॉलोनी में एक लावारिस युवक मिला. वह चल नहीं पा रहा था. 108 एंबुलेंस से उसे पीएमसीएच लाया गया. पीछे से एसडीएम राज महेश्वरम अस्पताल पहुंचे. दूसरे अधिकारी भी थे.

पीएमसीएच में पहले राेगी के बाल कटवाये गये. दाढ़ी बनायी गयी. नाखून काटे गये. नहलाया गया. गीले कपड़े से उसके शरीर को साफ किया गया. फिर नये कपड़े पहनाये गये. अधीक्षक डॉ अरुण कुमार चौधरी की देखरेख में इमरजेंसी में उसकी जांच की गयी. मेल वार्ड में बेड पर चादर लगायी गयी. उसे भर्ती किया गया.
प्रक्रिया पूरी मान कर अधिकारी वापस लौट गये, लेकिन जिस रोगी के लिए मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था, उसे झामुमो के महानगर अध्यक्ष देबू महतो अपनी मारुति वैन से हटिया मोड़ से उठा कर पीएमसीएच की इमरजेंसी में लेकर आये. अधिकारियाें के चले जाने के कारण जिस मरीज को सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए थी, उसे कुछ नहीं मिला. बस इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार कर उसे वार्ड में भर्ती कर दिया गया.
दिखायी गयी थी तसवीर : ट्वीट पर मुख्यमंत्री के री-ट्वीट के बाद मरीज का फोटो भी अधिकारियों को दिखाया गया था. इसके बाद भी घायल व्यक्ति को खोज कर अस्पताल पहुंचाने में टीम विफल रही. हालांकि इसी बहाने दूसरे जरूरतमंद का इलाज हो पाया. उसे वह सुविधा मिल पायी, जो घायल या जरूरतमंद को मिलनी चाहिए.
इस बारे में जिला प्रशासन ने शाम में एक विज्ञप्ति भी जारी की. विज्ञप्ति में कहा गया कि सीएम के ट्वीट के बाद हीरापुर और आइएसएम के बीच बीसीसीएल की हाउसिंग कालोनी के पास से घायल व्यक्ति काे एंबुलेंस से पीएमसीएच लाया गया. वह अपना नाम और पता बता पाने में असमर्थ था. उसका इलाज शुरू कर दिया गया है.
एसडीओ ने बताया कि उस व्यक्ति काे सरकार की सभी जनकल्याणकारी याेजनाओं का लाभ दिया जायेगा. साथ ही उसके स्वस्थ हाेने तक उसकी बेहतर देखभाल की जायेगी.

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