निरसा पहुंचा ओमप्रकाश का शव, दोस्‍त पर अभिलाष पर परिजन लगा रहे हत्‍या का आरोप

निरसा : निरसा थाना क्षेत्र के निरसा कांटा निवासी ओमप्रकाश सिंह उर्फ लड्डू (27) का शव आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से 90 किलोमीटर पूर्व टोनी नामक स्थान से जीआरपी ने 10 जुलाई की सुबह बरामद की है. शनिवार की देर शाम उनके परिजन शव को साथ लेकर निरसा पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि उनकी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2019 10:37 PM

निरसा : निरसा थाना क्षेत्र के निरसा कांटा निवासी ओमप्रकाश सिंह उर्फ लड्डू (27) का शव आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से 90 किलोमीटर पूर्व टोनी नामक स्थान से जीआरपी ने 10 जुलाई की सुबह बरामद की है. शनिवार की देर शाम उनके परिजन शव को साथ लेकर निरसा पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि उनकी हत्या कर शव को टोनी नामक स्थान पर फेंक दिया गया है.

शव के निरसा पहुंचते ही उसकी मां, बहन सहित अन्य परिजनों की चीत्कार से पूरा माहौल गूंज उठा. सैकड़ों की संख्या में लोग मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. घटना को लेकर परिजन निरसा थाना प्रभारी सुषमा कुमारी से भी भेंट किया. निरसा पुलिस द्वारा तकनीकी विषय में बताते हुए आंध्र प्रदेश पुलिस से संपर्क किया गया.

क्या है मामला

इस संबंध में बताया जाता है कि निरसा कांटा निवासी रामदुलार सिंह के पुत्र ओमप्रकाश सिंह अपने पड़ोसी अभिलाष चौबे एवं विद्यासागर कॉलोनी निवासी रमेश शर्मा के साथ नौकरी ढूंढने के लिए 5 जुलाई को निरसा से बेंगलुरु (बैंगलोर) के लिए रवाना हुए. दो दिनों तक बेंगलुरु में नौकरी ढूंढने के बाद केवल रमेश शर्मा को वहां नौकरी मिल गयी. रमेश वहीं रह गये.

इधर ओम प्रकाश एवं अभिलाष नौकरी नहीं मिलने के कारण 9 जुलाई की सुबह अपने घर वापस आने के लिए ट्रेन पकड़ लिये. इस दौरान उसने अपने बड़े भाई विकास कुमार सिंह जो बिहार के सिवान में ब्लॉक में कार्यरत हैं उनसे संपर्क में बने हुए थे. मोबाइल से बातचीत के दौरान उसने अपने बड़े भाई को बताया था कि अभिलाष दारू के नशे में बेंगलुरु में सड़क पर गिरा हुआ है. वह उसे मशक्कत के साथ हावड़ा के लिए ट्रेन पर चढ़ाकर निकल रहा है.

9 जुलाई की अहले सुबह वह अभिलाष को लेकर ट्रेन पर चढ़ भी गया. इस दौरान उसने अपने बड़े भाई से एटीएम में कुछ पैसा भेजने की भी बात कही थी. इसी दिन रात करीब 7:45 बजे ओमप्रकाश ने अपने बड़े भाई के व्हाट्सएप में मैसेज किया कि उसके पीछे कुछ आदमी पड़े हुए हैं. इसके बाद ओमप्रकाश का मोबाइल कुछ देर के बाद ही बंद मिला.

परिजन इधर परेशान रहे. उसके भाई सहित अन्य परिजनों द्वारा लगातार उसके मोबाइल पर संपर्क साधने का प्रयास किया जाता रहा. इधर अभिलाष चौबे 10 जुलाई को अपने घर निरसा कांटा पहुंच गया. लेकिन उसने ओमप्रकाश के घर पर किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी. जीआरपी से सूचना मिलने के बाद जब ओमप्रकाश के परिजन अभिलाष से संपर्क किये तो उसने कहा कि वह शराब के नशे में रात में सो गया था. घटना की किसी प्रकार की कोई जानकारी उसे नहीं है. ओम प्रकाश उसके बोगी में नहीं था. रिजर्वेशन बोगी में चला गया था.

मृतक के परिजन अभिलाष पर लगा रहे हैं आरोप

मृतक ओमप्रकाश के बड़े भाई विकास कुमार सिंह के अनुसार अभिलाष ने किसी प्रकार की कोई सूचना या जानकारी परिजनों को देना तक उचित नहीं समझा. अगर हावड़ा स्टेशन में ओमप्रकाश उसे नहीं मिला तो इसकी जानकारी भी वह परिजन को दे सकता था. लेकिन परिजनों को बिना सूचना दिए हुए ही दो दिनों से वह अपने घर से गायब है. निश्चित रूप से शक की सुई अभिलाष की ओर जाती है. उसने कहा कि उन्होंने इसकी संपूर्ण जानकारी टोनी के जीआरपी अधिकारियों को दिया है.

मृतक के शरीर में कई जगह हैं गंभीर चोट के निशान

ओमप्रकाश का शव को देखने से पता चलता है कि उसके सिर, हाथ, पैर सहित अन्य कई स्थानों पर गंभीर चोट का निशान है. आंध्र प्रदेश जीआरपी द्वारा शुक्रवार को उसका पोस्टमार्टम कराकर उसके बड़े भाई को शव सौंप दिया गया. बड़े भाई एंबुलेंस से सड़क मार्ग होते हुए आज देर शाम सब लेकर निरसा पहुंचे देर रात निरसा के खुदिया नदी स्थित श्मशान घाट में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

मृतक के मोबाइल एवं एटीएम कार्ड से हुई पहचान

टोनी जीआरपी ने ओमप्रकाश का शव 10 जुलाई की सुबह बरामद की. पंचनामा के दौरान उसके पॉकेट से मोबाइल एवं एटीएम कार्ड बरामद किया गया. मोबाइल डिस्चार्ज था. मोबाइल को चार्ज करके उसके बड़े भाई के नंबर से संपर्क साधा गया. इसके बाद उसके बड़े भाई विकास कुमार सिंह सिवान से टोनी के लिए रवाना हो गये. टोनी पहुंचकर बड़े भाई विकास सिंह 12 जुलाई को जीआरपी के सहयोग से शव का पोस्टमार्टम कराकर निरसा के लिए रवाना हुए. विकास सिंह के अनुसार ओमप्रकाश के मोबाइल फोन से सारा फोटो गायब है.

संदेहास्पद युवक के घर मृतक की बहन मारने के लिए दौड़ी

जैसे ही एंबुलेंस से ओमप्रकाश का शव निरसा कांटा पहुंचा. उसकी मां बहन सहित अन्य परिजनों के चीत्कार से पूरा कॉलोनी गूंज उठा. आसपास की महिलाओं के आंखों से भी आंसू टपक रही थी. इसी दौरान उसकी विवाहिता बहन आक्रोशित हो उठी. शव पहुंचने के बाद अभिलाष के परिजन जैसे ही घर बाहर निकले. आक्रोशित बहन अभिलाष को खोजने के लिए चित्कार करते हुए उसके घर में प्रवेश कर गयी. कुछ देर के लिए माहौल आक्रोशित हो उठा था. हालांकि आसपास के बुद्धिजीवियों के सहयोग से महिलाओं को नियंत्रण में लाया गया. मृतक अविवाहित था.

क्या कहते हैं स्थानीय पुलिस अधिकारी

इस संबंध में निरसा थाना प्रभारी सुषमा कुमारी ने कहा कि घटना आंध्र प्रदेश का है. वहां का जीआरपी कानूनी प्रक्रिया के तहत जो सहयोग मांगेगी निरसा पुलिस उनका हर संभव सहयोग करेगी. परिजन धैर्य एवं नियंत्रण के साथ रहे. कानून के नजर से दोषी बच नहीं सकता है.

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