शहर में हाहाकार, प्लांट से रोज लाखों गैलन पानी बर्बाद

मनोज रवानी, धनबाद : एक ओर शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रोजाना लाखों गैलन पानी नाली में बहकर बर्बाद हो रहा है. स्थानीय लोग इस पानी में नहा रहे थे. लोगों ने बताया कि रोजाना पानी इसी प्रेशर से बहता है. दो से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 6, 2019 5:29 AM

मनोज रवानी, धनबाद : एक ओर शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रोजाना लाखों गैलन पानी नाली में बहकर बर्बाद हो रहा है. स्थानीय लोग इस पानी में नहा रहे थे. लोगों ने बताया कि रोजाना पानी इसी प्रेशर से बहता है.

दो से तीन एमएलडी पानी रोज हो रहा बर्बाद : मैथन डैम से प्लांट में पहुंच रहे रॉ-वाटर की बर्बादी हो रही है. फिल्टर प्लांट में पानी पहुंचते ही लीकेज से बहना शुरू हो जाता है. करीब दो से तीन एमएलडी, मिलियन लीटर पानी रोज बह रहा है. अधिकारी कहते हैं कि उन्हें इस बर्बादी की जानकारी नहीं. शहर में रोजाना लोगों को पानी संकट का सामना करना पड़ रहा है.
दो से तीन दिनों तक लोग पानी को तरस रहे है. 22 घंटे बिजली मिलने के बाद भी शहर के 19 में तीन से चार जलमीनार नहीं भर रहे हैं. विभाग के अधिकारी प्लांट में पानी कम होने की बात कहते हैं. बर्बाद हो रहे पानी को रोका जाए तो शहर में एक वक्त सभी जलमीनार से सप्लाइ हो सकती है.
पानी चोरी का रोना रो रहा विभाग
मैथन डैम से भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचने के दौरान ही आधे पानी की चोरी हो जाती है. विभाग के अनुसार डैम से करीब 65 एमएलडी पानी रोजाना छोड़ा जाता है. लेकिन प्लांट में करीब 35 एमएलडी पानी पहुंच रहा है. रॉ-वाटर की मेन पाइप लाइन से 30 एमएलडी पानी की चोरी अवैध कनेक्शन से हो रही है. इसे रोकने के लिए विभाग प्रयास कर रहा है. लेकिन बर्बाद हो रहे पानी को रोकने का अभी तक कोई प्रयास नहीं किया गया है.

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