कोरोना इफेक्ट : मधुपुर में नदी में बहाया दूध

कोरोना बीमारी को लेकर गांवों में दूध कम खपत होने के कारण दूध बर्बाद हो रहा है. गाय को हर दिन दूध दे रही है. दूध का उत्पादन कम नहीं किया जा सकता है. ऐसे में मधुपुर प्रखंड क्षेत्र के पटवाबाद पंचायत अंतर्गत राजाभीटा गांव में दूध उत्पादकों ने गाय व भैंस का दूध नदी में विसर्जित कर दिया.

By Pritish Sahay | March 28, 2020 6:33 AM

मधुपुर : कोरोना बीमारी को लेकर देशभर में हुए लॉकडाउन का असर दूध उत्पादकों पर दिखने लगा है. बाजार बंद होने के कारण इनका दूध दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहा है. गांवों में खपत कम होने के कारण दूध बर्बाद हो रहा है. गाय को हर दिन दूध दे रही है. दूध का उत्पादन कम नहीं किया जा सकता है.

ऐसे में मधुपुर प्रखंड क्षेत्र के पटवाबाद पंचायत अंतर्गत राजाभीटा गांव में दूध उत्पादकों ने गाय व भैंस का दूध नदी में विसर्जित कर दिया. दूध उत्पादक श्याम किशोर यादव, संजय यादव, जितेंद्र यादव, तेज नारायण यादव, विजय यादव, वृद्ध राज यादव, मनीष यादव, उत्तम यादव आदि ने बताया कि लॉकडाउन में लोग मिठाई दुकान व डेयरी में दूध लेने नहीं आ रहे हैं. इस कारण उनलोगों का हजारों लीटर दूध बर्बाद हो रहा है. गांव में 8 से 10 परिवार दूध का कारोबार करते हैं.

जिनके पास 150 गाय व 70 भैंसें हैं. देश में लॉकडाउन हो जाने के कारण वे लोग दूध बाहर बेचने के लिए नहीं जा पा रहा है. वहीं दूसरी ओर मवेशियों का चारा-बिचाली बंगाल से नहीं आ रहा है. वे लोग आठ से 10 गाड़ी चारा मंगवाते थे. मधुपुर बाजार में चोकर, कपिला आहार, चुन्नी व दर्रा के मूल्य में भी बढ़ोतरी हो जाने के कारण जानवरों को खिलाने में काफी परेशानी हो रही है.

अभी गांव व आसपास के इलाके में ही वह लोग अपने दूध को 20 रुपये प्रति लीटर बेच रहे हैं. दूध की अधिक मात्रा में उत्पादन होने के कारण उन लोगों को नदी में दूध का विसर्जन करना पड़ जा रहा है.

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