अज्ञात मृतक की हुई पहचान, पटना के दुल्हिन बाजार का रहने वाला था सोनू

देवघर : सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मृत अज्ञात 30 वर्षीय युवक की पहचान हो गयी. वह बिहार अंतर्गत पटना के दुल्हिन बाजार का रहने वाला था. उसका नाम सोनू आलम था. मृतक की पहचान उसके पिता सफीक आलम ने की. यहां बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी को दिये बयान में कहा कि तमिलनाडू के धागा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 11, 2019 7:32 AM

देवघर : सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मृत अज्ञात 30 वर्षीय युवक की पहचान हो गयी. वह बिहार अंतर्गत पटना के दुल्हिन बाजार का रहने वाला था. उसका नाम सोनू आलम था. मृतक की पहचान उसके पिता सफीक आलम ने की. यहां बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी को दिये बयान में कहा कि तमिलनाडू के धागा फैक्टरी में वह काम करता था.

एक सप्ताह पूर्व उसने तबीयत खराब होने की सूचना फोन पर दी थी. उसने बताया था कि ट्रेन से वह रांची आ रहा है. इसके बाद पिता व परिजन उसे खोजने रांची गये थे. नहीं मिलने पर जसीडीह आकर खोजबीन की तो जानकारी मिली कि आरपीएफ ने देवघर स्टेशन से एक युवक को इलाज के लिये सदर अस्पताल देवघर में भर्ती कराया था. सदर अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि उसकी मौत हो गयी.

इसके बाद बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी ने पोस्टमार्टम हाउस में शव दिखाया तो उसकी पहचान सोनू के रूप में की गयी. उसे देवघर स्टेशन से आरपीएफ कर्मी एसडी यादव ने शुक्रवार शाम में इलाज के लिये सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल के डॉक्टर ने आशंका जताते हुए कहा था कि संभवत: वह नशाखुरानी का शिकार हो गया होगा. पुत्र का शव पिता ले गये. सोनू के पिता द्वारा दिये बयान को बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी ने जसीडीह रेल पुलिस को भेजा, किंतु वापस लौटा दिया.

प्रभात खबर में फोटो छपने के बाद दंडी बाबा के साथ आये ग्रामीणों ने पहचाना
देवघर : इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मृत बिहार अंतर्गत दरभंगा जिले के हथौड़ी निवासी गौरीशंकर महतो उर्फ दंडी बाबा का शव लेने कई ग्रामीण सदर अस्पताल पहुंचे. उनलोगों ने बताया कि प्रभात खबर में छपी मृत दंडी बाबा की फोटो व खबर देखकर वे लोग यहां आये. बैद्यनाथधाम ओपी में प्रक्रिया पूरी कर ग्रामीणों ने दंडी बाबा का शव लेकर अपने गांव के लिये निकल गये.
ग्रामीण शंभु झा ने एक लिखित आवेदन भी बैद्यनाथधाम ओपी में दिया है. कहा है कि दंडी बाबा के साथ बाबा के तिलकोत्सव में शरीक होने गांव से 45 लोग बाबाधाम आये थे. आठ फरवरी को अचानक तबीयत खराब होने पर वे इलाज के लिये सदर अस्पताल स्वयं पहुंचे थे. इलाज के दौरान दूसरे दिन नौ फरवरी को सदर अस्पताल में उनकी मौत हो गयी.

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