सारठ : झामुमो की रैली से लौट रही बस दुर्घटनाग्रस्त, पांच की मौत

सारठ : दुमका में झामुमो की स्थापना दिवस समारोह से लौट रही चांदनी बस सारठ-पालाजोरी मुख्य पथ में केचुवाबांक मोड़ के पास पेड़ से टकरा गयी. इस घटना में तीन महिलाएं व एक बच्चा सहित पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. 31 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना अहले सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2019 7:40 AM

सारठ : दुमका में झामुमो की स्थापना दिवस समारोह से लौट रही चांदनी बस सारठ-पालाजोरी मुख्य पथ में केचुवाबांक मोड़ के पास पेड़ से टकरा गयी. इस घटना में तीन महिलाएं व एक बच्चा सहित पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. 31 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना अहले सुबह करीब सवा चार बजे की है.

बस इतनी तेज गति में थी कि पेड़ से टकराने के बाद उसके परखचे उड़ गये. शव घटनास्थल पर बिखरे पड़े थे. इस बस पर करीब 65 लोग सवार थे. सभी लोग मधुपुर के मारगोमुंडा थाना अंतर्गत बाघमारा गांव के रहनेवाले थे. वे दुमका में आयोजित झामुमो के 40 वां स्थापना दिवस समारोह में शामिल होकर गांव लौट रहे थे.

देर रात तक चले समारोह के बाद सुबह तीन बजे दुमका से लौट रही थी बस : घटना के संबंध में बस पर सवार एक कार्यकर्ता ने बताया कि चादंनी बस (जेएस 04 सी-5633) दुमका से कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद अहले सुबह करीब तीन बजे लौट रही थी. बस में अंदर के सभी लाइट बंद थे. बस चालक काफी तेज गति से बस चला रहा था.
इस क्रम में कई बाद बस पर सवार लोगों ने चालक को गाड़ी धीरे चलाने को कहा, लेकिन बस चालक कह रहा था कि उसे सुबह का टाइम पकड़ना है. डरिए नहीं जल्दी पहुंचा देंगे. इसके बाद करीब सवा चार बजे केचुवाबांक मोड़ के पास अचानक बस अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकरायी. घटना में बस के ‍‍‍‍ऊपरी हिस्से के परखच्चे उड़ गये.
घटना की सूचना पर सारठ थाना एएसआइ संतोष कुमार, श्रीनारायण राय, अजय कुमार सिंह, निर्भय सिंह समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे तथा स्थानीय लोगों की सहायता से सभी घायलों को सीएचसी पहुंचा. साथ ही शव को बस से निकाला. घटनास्थल पर परिजनों व बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था. सारठ में सभी घायलों का प्राथमिक उपचार डा जियाउल हक ने किया तथा गंभीर रूप से घायलों को देवघर सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
इधर, घटना की सूचना पर पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता, पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, पूर्व विधायक चुन्ना सिंह, जरमुंडी विधायक बादल, झाविमो नेता सईम खान, सारठ के पूर्व जिप उपाध्याक्ष परिमल कुमार सिंह, सांसद प्रतिनिधि इस्तियाक मिर्जा, मुखिया अब्दूल मियां, सारठ एसडीपीओ अरविंद उपाध्याय, पालाजोरी पुलिस इंस्पेक्टर टीएन झा, सारठ बीडीओ सह सीओ साकेत कुमार सिन्हा, बीसीओ दिवाकर मिश्रा आदि घटनास्थल पर पहुंचे.
  • दुमका से मारगोमुंडा के बाघमारा गांव लौट रहे थे सभी, सुबह चार बजे हुई घटना
  • पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के समर्थन में स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने गये थे दुमका
  • बस चालक की लापरवाही से हुई दुर्घटना, चालक के खिलाफ सारठ थाना में एफआइआर दर्ज
  • तेज गति के कारण अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरायी चांदनी बस
  • बस में सवार थे 65 लोग, इसमें से 31 गंभीर रूप से हैं घायल
31 लोग घायल
सभी मृतक व घायल मारगोमुंडा थाना अंतर्गत बाघमारा गांव के रहनेवाले
मृतकों में तीन महिलाएं व एक बच्चा शामिल
1. बदन हांसदा (60)
2. सुनील मरांडी (08)
3. सुरजमुणी सोरेन (50)
4. पावनवती बेसरा (38)
5. गुलाबी मुर्मू (26)
मृतक के परिजनों को दिये जायेंगे 50-50 हजार : राज
श्रम मंत्री राज पलिवार मृतकों व घायलों के परिजनों को सांत्वना देने उनके गांव बाघमारा पहुंचे. यहां मृतक के परिजनों को सीएम विवेकाधीन कोष से 50-50 हजार रुपये मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया.
मृतक के परिजनों को दिया जायेगा 35 हजार : हेमंत
हादसे में जख्मी हुए लोगों का हालचाल लेने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका से देवघर पहुंचे. इसके गांव बाघमारा पहुंुचकर परिजनों को सांत्वना दिया. घोषणा की कि पार्टी फंड से मृतकों के परिजनों को 35 हजार दिया जायेगा.
परिजनों को मिले पांच लाख मुआवजा : डॉ इरफान
विधायक डॉ इरफान अंसारी ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हैं कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये मुआवजा दें. मुआवजे की मांग को सोमवार को विधानसभा में रखेंगे.
3 जनवरी की घटना को अभी लोग भूले भी नहीं थे कि 3 फरवरी को फिर पांच की मौत
सारठ. तीन तारीख इन दिनों अशुभ समाचार लेकर आ रही है. तीन जनवरी को सारठ -देवघर मुख्य मार्ग के डकाय जंगल के पास हुए पिकअप वैन दुर्घटना में पांच लोगों की मौत घटना स्थल पर हो गयी थी.
इस घटना में कुल सात लोगों की मौत हुई थी. सभी मरनेवाले सारठ व पालाजोरी के थे. इस घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि ठीक 30वें दिन तीन फरवरी को केचुआबांक मोड़ के पास चांदनी बस दुर्घटना में घटना स्थल पर ही पांच लोगों को मौत हो गयी. दोबारा हुए भीषण हादसे ने इलाके के लोगों को झकझोर कर रख दिया है.