Chaibasa News : मंच पर दिखी आदिवासी कला, संस्कृति और परंपरा की झलक
चक्रधरपुर में आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम हर्षोल्लास से आयोजित
चक्रधरपुर. चक्रधरपुर में आदिवासी समन्वय समिति के बैनर तले रविवार को आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी जागरूकता सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. आयोजन आदिवासी समन्वय समिति के बैनर तले विभिन्न आदिवासी समुदायों हो, मुंडा, उरांव, संथाल, भूमिज आदि समुदायों के लोग शामिल हुए. आदिवासी महापुरुषों कोल गुरु लाको बोदरा, भगवान बिरसा मुंडा, बाबा तिलका मांझी, डॉ रामदयाल मुंडा, बाबा कार्तिक उरांव, दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. लगातार हो रही बारिश के बावजूद बंदगांव जैसे सुदूर क्षेत्रों से भी सैकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में भाग लेकर एकजुटता दिखाई. कार्यक्रम में सभी आदिवासी समुदाय अपनी पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए. समारोह का आयोजन चक्रधरपुर के पोड़ाहाट स्टेडियम में सुबह 10 बजे से देर शाम तक चलता रहा. सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच आदिवासी के अधिकार, एकता, विकास और संरक्षण पर भी वक्ताओं ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए. इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष विजय सिंह सामड, उपाध्यक्ष गणपति महली, सुखन राम मुंडा, सचिव मथुरा गागराई, हेमंत सामड, पंकज बांकिरा, अनिल उरांव, मधु डांगिल, आरती बोदरा, राहुल, भोलेनाथ बोदरा, रबींद्र गिलुवा, कालिया जामुदा, सुखराज सुरीन, योगेन्द्र मुंडरी, कश्मीर कांडेयांग, नंदलाल बांकिरा, सत्यजीत हेम्ब्रम, सरस्वती कुदादा, सुशीला सामड, नीतिमा जोंको, मंगल सरदार, मनोज बांकिरा, सूरजमनी देवी, अंजिता लागुरी आदि उपस्थित थे.
समाज के उत्थान व विकास पर बल :
मोगो केराई की टीम ने स्वागत गीत गाया. आदिवासियों की वित्तीय स्थिति पर शिव देवगम ने प्रकाश डाला. माझी राम जामुदा ने आदिवासी समाज एवं शिक्षा संबंधी जानकारी दी. जवाहर लाल बांकिरा ने आदिवासी समाज एवं साहित्य पर प्रकाश डाला. वहीं लक्ष्मण सिजुई ने संगीत से समां बांधा. प्रताप सिंह बानरा ने आदिवासी और संविधान के संबंधों व उपयोगिता पर जानकारी दी. खेलों और परीक्षाओं में अव्वल आने वाले छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया. इसके बाद मोगो केराई ने गीत गाया. आदिवासी महिलाएं एवं समूह/समिति संबंधी जानकारी सरस्वती कुदादा ने दी. इसके बाद राजकुमारी टीम ने ग्रुप डांस प्रस्तुत कर मन मोह लिया. मालती बोदरा ने आदिवासी महिला एवं व्यवसाय, डॉ शिव चरण हांसदा ने स्वास्थ्य एवं नशापान से दुष्प्रभाव की जानकारी दी. बंदगांव टीम ने ग्रुप डांस पेश किया.अतिथियों को आयोजन समिति ने किया सम्मानित
कार्यक्रम में विभिन्न आदिवासी समुदायों से आए अतिथियों को सम्मानित किया गया. पूर्व विधायक शशिभूषण सामड, झारखंड आंदोलनकारी सुखदेव हेम्ब्रम, शिव देवगम, डॉ शिवचरण हांसदा, गणेश कुदादा, माझी राम जामुदा, साहित्यकार जवाहरलाल बांकिरा, मुखिया सेलाय मुंडा, सरिता गागराई, भुवनेश्वर मुंडारी, नागी खलखो, अर्जुन मुंडा, दया सागर केराई, लालसिंह भूमिज, विजय सिंह जोंको, ताराकांत सिजुई, सोमनाथ कोया, साधु हो, प्रताप सिंह बानरा, मनोज सोय, मालती हासदा, बसंती बिरहोर, रमेश, पूनम सोय आदि को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
