पुणे से चाईबासा पहुंची ऑक्सीजन मशीन, जल्द पाइपलाइन के जरिये 52 बेडों में होगी सेंट्रलाइज्ड सप्लाई

Jharkhand News (चाईबासा) : झारखंड में दस्तक देने वाली कोरोना के संभावित तीसरी लहर को मात देने के लिए जिला प्रशासन जोरशोर से तैयारी कर रहा है. जिसे देखते हुए पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित सदर अस्पताल परिसर में 500 लीटर एलपीएम (लीटर पर मिनट) क्षमता वाली ऑक्सीजन प्लांट लगने जा रही है. इसको लेकर 85 लाख की लागत से प्रधानमंत्री हेल्थ केयर फंड के जरिये गुरुवार को 500 लीटर एलपीएम क्षमता वाली ऑक्सीजन मशीन महाराष्ट्र के पुणे शहर से चलकर चाईबासा सदर अस्पताल पहुंची है. जल्द ही इंजीनियर व विशेषज्ञों की टीम द्वारा इसे इंस्टॉल कर दिया जायेगा. जिसके बाद 500 लीटर एलपीएम क्षमता वाली यह मशीन प्रति एक मिनट में 500 लीटर ऑक्सीजन का निर्माण करेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2021 3:28 PM

Jharkhand News (अभिषेक पीयूष, चाईबासा) : झारखंड में दस्तक देने वाली कोरोना के संभावित तीसरी लहर को मात देने के लिए जिला प्रशासन जोरशोर से तैयारी कर रहा है. जिसे देखते हुए पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित सदर अस्पताल परिसर में 500 लीटर एलपीएम (लीटर पर मिनट) क्षमता वाली ऑक्सीजन प्लांट लगने जा रही है. इसको लेकर 85 लाख की लागत से प्रधानमंत्री हेल्थ केयर फंड के जरिये गुरुवार को 500 लीटर एलपीएम क्षमता वाली ऑक्सीजन मशीन महाराष्ट्र के पुणे शहर से चलकर चाईबासा सदर अस्पताल पहुंची है. जल्द ही इंजीनियर व विशेषज्ञों की टीम द्वारा इसे इंस्टॉल कर दिया जायेगा. जिसके बाद 500 लीटर एलपीएम क्षमता वाली यह मशीन प्रति एक मिनट में 500 लीटर ऑक्सीजन का निर्माण करेगी.

अस्पताल के पुरुष वार्ड के पीछे बना प्लांट

ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने के लिए सदर अस्पताल परिसर के पुरुष वार्ड के पीछे प्लांट रूम का निर्माण कराया गया है. यहां से पाइपलाइन के जरिये सदर अस्पताल के 9 बेड ICU कोविड-19 वार्ड समेत 40 बेड के निर्माणाधीन PICU वार्ड में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की सप्लाई की जायेगी. उक्त प्लांट के जरिये सदर अस्पताल, चाईबासा में प्रतिदिन करीब 100 ऑक्सीजन सिलिंडर तैयार की जा सकेगी. प्लांट हवा से ऑक्सीजन जनरेट कर सिलिंडर में भरने का कार्य करेगा.

एक मिनट में आधा क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन होगा तैयार

सदर अस्पताल में स्थापित होने वाले 500 एलपीएम क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के जरिये प्रत्येक मिनट में आधा क्यूबिक (यानी 500 लीटर) ऑक्सीजन तैयार की जायेगी. अगर एक घंटे की बात करते हैं, तो उक्त प्लांट के माध्यम से 30 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन गैस बनायी जायेगी. दरअसल मेडिकल सप्लाई के लिए साढ़े पाच फुट लंबे सिलिंडर का प्रयोग किया जाता है. इस तरह के चार से पांच सिलिंडर हर घंटे भरे जा सकते हैं.

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6 दिनों में पुणे से पहुंची ऑक्सीजन जनरेट मशीन

पीएम केयर फंड से जिले को उपलब्ध करायी गयी 500 लीटर एलपीएम क्षमता वाली ऑक्सीजन जनरेट मशीन ओड़िशा के बड़बील शहर होते हुए पूरे 6 दिन चलकर ट्रेलर वाहन के जरिये पश्चिमी सिंहभूम पहुंची है. इसे पुणे से लाने में चालक को पूरे 6 दिन का समय लगा है. वहीं, चाईबासा स्थित सदर अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन मशीन को प्रवेश कराने के लिए अस्पताल के मुख्य द्वार को भी तोड़ना पड़ा है.

Posted By : Samir Ranjan.

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