Chaibasa News : स्लम बस्तियों में शिक्षा की अलख जगा रहे केशव मिश्रा
केशव मिश्रा की पहल से तीन स्लम बस्तियों की बदली फिजां
चक्रधरपुर. चक्रधरपुर की स्लम बस्तियों में फैली 2014 से शिक्षाविद केशव मिश्रा शिक्षा की अलख जगा रहे हैं. वहीं स्लम बस्ती में स्वच्छता अभियान भी चला रहे हैं. केशव मिश्रा कुदलीबाड़ी स्थित साईं मांटेसरी स्कूल के निदेशक हैं. उन्होंने कुदलीबाड़ी, हरिजन बस्ती एवं भलियाकुदर स्लम बस्तियों के बच्चों के जीवन स्तर ऊंचा करने का बीड़ा उठाया है. वह पहले अकेले ही निकले थे. बाद में कुछ प्रबुद्ध लोगों का साथ मिला. उनका कारवां बढ़ता गया. आगे चलकर इस कारवां को मिशन एक प्रयास का नाम दिया.
शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ रहे बच्चे
स्लम बस्तियों के बच्चे शिक्षित हो रहे हैं और स्वच्छता को ग्रहण कर मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. बच्चों के लिए खेलकूद, वार्षिकोत्सव, बाल दिवस, शिक्षक दिवस, वनभोज जैसी गतिविधियों का संचालन भी करते हैं. उनके साथ बस्तियों के ही शिक्षित युवा भी शामिल हैं. सभी मिलकर गरीब-वंचित बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग देते हैं. बच्चों के लिए कॉपी, पेंसिल व अन्य पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराते हैं. केशव मिश्रा की पहल का ही परिणाम है कि बस्तियों की फिजां अब बदलने लगी है.290 बच्चे ले रहे लाभ
मिशन एक प्रयास से जुड़ी तीन बस्ती कुदलीबाड़ी, हरिजन बस्ती एवं भलियाकुदर के 290 बच्चे नि:शुल्क कोचिंग का लाभ ले रहे हैं. इन बच्चों के भविष्य संवारने में वार्ड पार्षद प्रीति होरो, मुंडा बुद्ध गागराई के अलावा युवाओं का बड़ा योगदान है.कोट
हर बच्चे को शिक्षा मिलनी चाहिए, ताकि उनका कल बेहतर हो. वह देश का अच्छा नागरिक बने. बच्चों को किताबी शिक्षा के अलावा स्वच्छता एवं नैतिकता का पाठ भी सिखाया जाना चाहिए. बच्चों के तीन स्तर फिलोसॉफिकल, साइकोलॉजिकल और सोशयोलॉजिकल दृष्टि के विकास पर काम हो रहा है. यह मेरे द्वारा छोटी सी पहल की जा रही है. ऐसी पहल स्लम बस्ती में करनी चाहिए.
– केशव मिश्रा
, शिक्षाविद, चक्रधरपुर.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
