Chaibasa News : मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन पर मनमानी व लापरवाही का आरोप
सेल के मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन पर मनमानी व लापरवाही का आरोप लगाकर शुक्रवार को मजदूरों ने आक्रोश जताया. झारखंड मजदूर संघर्ष संघ की मेघाहातुबुरु इकाई ने जोरदार प्रदर्शन किया.
गुवा.
सेल के मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन पर मनमानी व लापरवाही का आरोप लगाकर शुक्रवार को मजदूरों ने आक्रोश जताया. झारखंड मजदूर संघर्ष संघ की मेघाहातुबुरु इकाई ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रबंधन को चेतावनी दी कि हमारी जायज मांगें पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन और उग्र रूप होगा. अब छलावा नहीं चलेगा.मजदूरों की प्रमुख मांगें
उनकी प्रमुख मांगों में पीआरपी के आधार पर मजदूरों को बोनस, मेघाहातुबुरु क्लिनिक में स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति, डॉ. मनोज को पदस्थापित करने, ठेका मजदूरों को भी बोनस, आवासीय कॉलोनी में अनावश्यक बिजली कटौती बंद करने, मजदूरों को एक्जिक्यूटिव की तरह विशेष सीएल की सुविधा, सिविल विभाग की लचर व्यवस्था को सुधारने के साथ ठेका मजदूरों से जबरन काम कराने की प्रथा बंद की जाये.
समस्याओं के समाधान होने तक जारी रहेगा संघर्ष
संघ के नेताओं ने आरोप लगाया कि अधिकारी लगातार मजदूरों के खून-पसीने से खेल रहे हैं. ठेका मजदूरों का शोषण और स्थायी मजदूरों की सुविधाओं में कटौती अन्याय है. यदि प्रबंधन ने तुरंत ठोस कदम नहीं उठाया, तो आंदोलन का दायरा बढ़ाकर सिविल विभाग घेराव से लेकर खदान बंदी तक की रणनीति अपनायी जायेगी. मौके पर संघ के प्रमुख नेता अफताब आलम, इंतखाब आलम, दयानंद कुमार, अमित राउत, सोमनाथ साहू, आलम अंसारी, कुलदीप सिंह, अमरनाथ यादव, कामता प्रसाद, राजेश बनर्जी, अजीत गोप, राम हेस्सा, शैलेश बारी, अमर ज्योति, राज नारायण शर्मा, शशि नाग, नसीम, बिलारमन कांडुलना समेत मजदूर मौजूद रहे. सभी ने एक स्वर में कहा कि जब तक प्रबंधन मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं करता है, तब तक संघर्ष जारी रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
