Bokaro News : वार्ता के बाद पूर्व मजदूरों की भूख हड़ताल समाप्त
Bokaro News : सीसीएल कथारा जीएम कार्यालय के मुख्य गेट के समक्ष नौकरी की मांग को लेकर स्वांग वाशरी स्लरी पौंड के पूर्व मजदूरों की भूख हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को समाप्त हुई.
कथारा, सीसीएल कथारा जीएम कार्यालय के मुख्य गेट के समक्ष नौकरी की मांग को लेकर स्वांग वाशरी स्लरी पौंड के पूर्व मजदूरों की भूख हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को समाप्त हुई. इससे पहले बेरमो बीडीओ मुकेश कुमार के हस्तक्षेप के बाद प्रबंधन और मजदूर प्रतिनिधियों के साथ वार्ता हुई. मजदूर प्रतिनिधि मुमताज आलम, डिवीजन सिंह, भोज नारायण नारंगे आदि ने कहा कि वर्षों पूर्व स्वांग वाशरी स्लरी पौंड में अस्थायी रूप से 324 मजदूर कार्यरत थे. इनमें से 142 को वर्ष 2009 में स्थायी नौकरी दी गयी. कई लोग फर्जी तरीके से नौकरी करने लगे. असली मजदूर इसके विरोध में उच्च न्यायालय गये. जांच में फर्जी पाये जाने पर उन्हें वर्ष 2016 में बर्खास्त कर दिया गया और क्षेत्रीय प्रबंधन को असली मजदूरों की पहचान कर उन्हें नौकरी देने का आदेश दिया. इसके बाद नौकरी से बर्खास्त हुए मजदूर वर्ष 2017 में न्यायालय के डबल बैंच में गये. तब से यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है. असली मजदूर न्याय के लिए केंद्रीय औद्योगिक प्राधिकरण नंबर-1 धनबाद में गये. जहां उनके पक्ष में निर्णय हुआ. इसके बावजूद प्रबंधन द्वारा टालमटोल किया जा रहा है.
बीडीओ ने कही ये बात
प्रबंधन का पक्ष सुनने के बाद बीडीओ ने कहा कि चूंकि मामले को लेकर सीजीआइटी न्यायालय में याचिका विचाराधीन है. न्यायालय द्वारा जो आदेश होगा, उसका अक्षरशः पालन करते हुए प्रबंधन आगे की कार्रवाई करेगा. इसके बाद मजदूरों को जूस पिला कर भूख हड़ताल समाप्त करायी गयी. वार्ता में प्रबंधन की ओर से जीएम संजय कुमार, एसओपी माधुरी मड़के, वरीय कार्मिक प्रबंधक रामानुज प्रसाद, गुरुप्रसाद मंडल, क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी एसके गुप्ता, क्षेत्रीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एमएन राम, चंदन कुमार, सुरक्षा प्रभारी इबरार अहमद, प्रशासन की ओर से बोकारो थर्मल थाना प्रभारी पिंकु कुमार यादव, एएसआइ अरविंद मेहता, कथारा ओपी प्रभारी राजेश प्रजापति, एएसआइ केएन पाठक और मजदूरों की ओर से बोडिया दक्षिणी के पूर्व मुखिया घनश्याम प्रसाद, लालू रविदास, कमलेश मल्लाह, सुक्ता बाई, अरविंद सिन्हा, पीतांबर, मुखी बाई, मनवा बाई, भारती बाई, मुकुंद राम, प्रेमचंद प्रजापति, किटू रविदास, बीनी केवट, दुर्योधन धोबी, बुट्टकी बाई, बाबू राम, भारत राम, राधेश्याम, नीलकंठ धोबी, छट्ठू माली, गंगा बाई आदि थे.
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