Bokaro News : जंगल बचाने और बढ़ाने में लगी हैं कई समितियां

Bokaro News : नावाडीह प्रखंड अंतर्गत ऊपरघाट क्षेत्र में ग्राम वन प्रबंधन व संरक्षण समिति वर्षों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य कर रही है.

By JANAK SINGH CHOUDHARY | June 4, 2025 10:35 PM

बेरमो, नावाडीह प्रखंड अंतर्गत ऊपरघाट क्षेत्र में ग्राम वन प्रबंधन व संरक्षण समिति वर्षों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य कर रही है. जंगल बचाने और जंगल बढ़ाने के अलावा लोगों को जागरूक करने को लेकर समिति सक्रिय है. कंजकीरो पंचायत के बूढ़ीटांड़ गांव में समिति द्वारा डेढ़-दो हजार पेड़-पौधे लगाये गये हैं. इसमें मुख्य रूप से आम, जामुन, बेल, काशी, चौकड़ी के पेड़ हैं. जानकारी के अनुसार ऊपरघाट क्षेत्र में कंजकीरो पंचायत के पूर्व मुखिया डेगलाल महतो के अलावा नकुल प्रजापति, स्व सोमर महतो आदि ने मिलकर 80 के दशक में जंगल बचाने का बीड़ा उठाया. बाद में स्व रघुनाथ महतो के पुत्र खिरोधर महतो ने अपने साथी जोधा महतो, गोपी महतो, डेगलाल महतो, पूर्व मुखिया योगेंद्र रंजन, महेंद्र शर्मा, गोपाल महतो, प्यारेलाल महतो, उमेश महतो, बच्चनलाल प्रजापति, लालमोहन तुरी, अरुणा देवी, पुष्पा देवी, शांति देवी आदि के साथ मिल कर 90 के दशक में ऊपरघाट के जंगलों को बचाने का संकल्प लिया. ग्राम वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति का गठन कर ऊपरघाट की सभी नौ पंचायतों में घूम-घूम कर ग्रामीणों को जंगल काटने से होने वाले खतरे से आगाह करना शुरू किया. जगह-जगह जागरूकता रैली निकाली जाने लगी.

समिति से जुडे़ खिरोधर महतो ने बताया कि समिति की ओर से जल संरक्षण को लेकर सखुआ के 200 से ज्यादा पेड़ लगाये गये हैं. आम, शीशम व सागवान के पेड़ भी काफी लगाये गये हैं. वनों में पेड़ों की कटाई करने पर समिति द्वारा आर्थिक दंड दिया जाता है. महुआ चुनने के क्रम में जंगलों में ग्रामीणों द्वारा आग लगाने पर भी रोक लगायी जा रही है. ऊपरघाट के जंगलों में अभी भी काफी संख्या में मोर, जंगली मुर्गा, खरगोश, लकड़बग्घा, गिलहरी, तितर, मुडरी आदि जानवर व पक्षी हैं. बीते कुछ माह में नावाडीह के ऊपरघाट के जंगलों में दस हजार पौधे लगाये गये हैं और सात-आठ हजार पेड़ों को कटने से बचाया गया है. ऊपरघाट के कंजकीरो और बोकारो थर्मल में बरगद के 50 पेड़ लगाये गये हैं.

इधर, पेटरवार प्रखंड अंतर्गत पिछरी पंचायत में दो दशक से पेड़ों की रक्षा में ग्राम प्रबंधन व संरक्षण समिति लगी हुई है. इससे सूरज महतो, वासुदेव महतो, छोटेलाल मांझी, देवराम टुडू, हेमलाल महतो, युगल सहित दर्जनों ग्रामीण जुड़े हैं. सूरज महतो ने बताया कि वर्ष 1996 में इस समिति का गठन किया गया. वर्ष 2002 और 2007-08 में दो बार वन विभाग की ओर से पिछरी पंचायत में समिति के आग्रह पर पौधरोपण और ट्रेंच कटिंग का काम किया गया. इसके बाद पेड़-पौधों को बचाने के लिए समिति लगातार जन जागरण अभियान में लगा रही. कुछ लोगों द्वारा जंगल में आग लगा दी जाती थी, जिससे छोटे-छोटे पौधे जल जाते थे. जंगल में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई भी की जाती थी. समिति इसको लेकर निगरानी करती है और कहीं ऐसी घटना होने पर सूचना वन विभाग को देती है. श्री महतो ने कहा कि पिछरी पंचायत में 375 हेक्टेयर वन भूमि है, जिसमें करीब 100 हेक्टेयर खाली पड़ी है. इस पर वन विभाग को पौधरोपण करना चाहिए. समिति पेटरवार के कसमार तक जंगल बचाने को लेकर अभियान चला रही है.

पर्यावरण संरक्षण को लेकर किये गये कार्यों के लिए याद किये जाते हैं स्व गणेश महतो

नावाडीह प्रखंड अंतर्गत अरगामो पंचायत के बदाही टोला निवासी स्व गणेश महतो पर्यावरण संरक्षण को लेकर किये गये कार्यों के लिए याद किये जाते हैं. वर्षो पूर्व उन्होंने दो एकड़ जमीन में पौधरोपण किया था. उनके निधन के बाद उनके परिजन इसकी देखभाल करते हैं. स्व गणेश महतो से प्रेरणा लेते हुए बदाही टोला के ही ठाकुर महतो ने भी निजी खर्च से कई पौधे लगाये. दोनों ने आम, जामुन, केला, कटहल सहित कई फलदार पेड़ लगाये हैं.

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