स्टील के साथ कोयला उत्पादन में बोकारो की धाक, BSL के झारखंड व पश्चिम बंगाल की कोयला खदान में बढ़ा उत्पादन

Jharkhand News : बोकारो स्टील प्लांट इस्पात उत्पादन के साथ-साथ कोयला के उत्पादन में भी अपनी धाक जमा रहा है. बीएसएल की सीसीएसओ इकाई ने पिछले महीने पांच वर्षों का सर्वाधिक मासिक कोकिंग कोल सेल के इस्पात कारखानों को उपलब्ध कराया.

By Prabhat Khabar | September 4, 2022 6:30 AM

Jharkhand News : बोकारो स्टील प्लांट इस्पात उत्पादन के साथ-साथ कोयला के उत्पादन में भी अपनी धाक जमा रहा है. बीएसएल की सीसीएसओ इकाई ने पिछले महीने पांच वर्षों का सर्वाधिक मासिक कोकिंग कोल सेल के इस्पात कारखानों को उपलब्ध कराया. बीएसएल की झारखंड और पश्चिम बंगाल की कोयला खदानों में विधि सम्मत व सुरक्षित तरीके से क्षमतानुसार खनन करने, अन्य घरेलू स्रोतों से अधिकाधिक कोयला लेने और इस तरह सेल के इस्पात कारखानों को न्यूनतम दरों पर अधिकतम कोयला उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किये जा रहे हैं. कोलियरी प्रभाग अपनी टासरा ओपन कास्ट परियोजना के लिए माइन डेवलपर ऐंड ऑपरेटर चुनने की प्रक्रिया में है. खदान आवंटन संबंधी नियम-कानूनों में हुए संशोधनों के आलोक में नये सिरे से पर्यावरणिक स्वीकृति लेने और अन्य वैधानिक अनुमतियां प्राप्त करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.

गुआ ओर माइंस समूह ने बनाया रिकॉर्ड

वित्तीय वर्ष 2021-22 में किरीबुरु आयरन ओर माइंस, मेघाहाताबुरु आयरन ओर माइंस व गुआ ओर माइंस ने समग्र रूप से उत्पादन और डिस्पैच में एपीपी का 98% लक्ष्य हासिल किया. गुआ ओर माइंस समूह ने गत वर्ष अब तक का सर्वश्रेष्ठ 4.15 मिलियन टन उत्पादन का रिकॉर्ड बनाया, जबकि मेघाहाताबुरु आयरन ओर माइंस ने उत्पादन में एपीपी का 111% व डिस्पैच में एपीपी का 117% प्राप्त कर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की. फरवरी 22 में गुआ ओर माइंस के दुआरगुईबुरु लीज़ का लगभग 361 हेक्टेयर फॉरेस्ट लैंड राज्य सरकार द्वारा बीएसएल को हैंडओवर किया गया. फरवरी में ही सारंडा फॉरेस्ट डिविजन के लिए काॅम्प्रिहेन्सिव कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट प्लान को भी सरकार से स्वीकृति मिली. गत वर्ष चिड़िया माइंस के धुबिल लीज़ के माइनिंग प्लान को 2022-23 से 2026-27 की अवधि के लिए अनुमोदन मिला.

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वाश्ड कोल आपूर्ति में 42% और रॉ कोल की आपूर्ति में 25% बढ़ोतरी बीएसएल के अधीन कोलियरीज डिविजन के पिछले वित्त वर्ष के पहले चार महीनों की तुलना में इस वर्ष वाश्ड कोल आपूर्ति में 42% और रॉ कोल की आपूर्ति में 25% की बढ़ोत्तरी हुई है. विगत कुछ समय से व्यावसायिक बिजली संयंत्रों को विशेष प्राथमिकता देने की सरकार की घोषित नीति के बावजूद कैप्टिव पावर प्लांट को भी पर्याप्त ब्वॉयलर कोल उपलब्ध कराया जा रहा है. किरीबुरू आयरन ओर माइंस को वर्ष 2017-18 और 2018-19 के लिए तथा मेघाहाताबुरु आयरन ओर माइंस को वर्ष 2018-19 और 2019-20 के लिए लौह अयस्क की श्रेणी में सस्टेनेबल माइनिग प्रैक्टिसेज के लिए 5 स्टार रेटेड अवार्ड से सम्मानित किया गया. वर्ष 2021-22 के दौरान बीएसएल ने अबतक का सर्वश्रेष्ठ सस्टेनेबल पैरामीटर्स प्राप्त किया है.

एल्युमिनियम सिलिकोन कारबाइड कार्बन पहली बार इनहाउस विकसित

इधर, एसआरयू समूह ने 2021-22 में 86080 टन ब्रिक्स व मोनोलिथिक्स का उत्पादन किया, जो 2020-21 की तुलना में 4.1% अधिक है. आइएसपी, बर्णपुर व बीएसपी के हॉट मेटल लैडल्स के लिए एल्युमिनियम सिलिकोन कारबाइड कार्बन भी पहली बार इन-हाउस विकसित किये गये, जिनका इस्तेमाल टॉरपीडो लैडल में किया जायेगा. 2021-22 में ही पहली बार आइएसपी, बर्णपुर के लिए एसआरयू से कन्वर्टर ब्रिक्स की आपूर्ति की गयी. 2022-23 की प्रथम तिमाही में एसआरयू द्वारा बीएसपी के एसएमएस-2 के टोटल स्टील लैडल मैनेजमेंट का सफलतापूर्वक ट्रायल कर 100 लैडल लाइफ हासिल किया गया. साथ ही, बीएसएल के एसएमएस-न्यू के कन्वर्टर 5E में 3038 हीट का अब तक का सर्वश्रेष्ठ कन्वर्टर लाइफ, आरएसपी के एसएमएस-2 के लिए पहली बार कन्वर्टर ब्रिक्स की आपूर्ति आदि उपलब्धियां दर्ज की गयी.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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