गोमिया : झुमरा पहाड़ की तलहटी में बसे रोला गांव में जंगली हाथियों का उत्‍पात, 1 दर्जन घरों को किया ध्‍वस्‍त

– मां बेटी ने खाट के नीचे छुपकर बचायी जान नागेश्‍वर, गोमिया झुमरा पहाड़ की तलहटी में बसे उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र गोमिया प्रखंड से 50 किलोमीटर दूर बड़की सिधावारा पंचायत के रोला गांव में जंगली हाथियों का झुंड ने आर्थिक रूप से कमजोर अगरिया परिवार सहित महतो परिवार के लगभग एक दर्जन घरों को क्षतिग्रस्त […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 14, 2020 6:50 PM

– मां बेटी ने खाट के नीचे छुपकर बचायी जान

नागेश्‍वर, गोमिया

झुमरा पहाड़ की तलहटी में बसे उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र गोमिया प्रखंड से 50 किलोमीटर दूर बड़की सिधावारा पंचायत के रोला गांव में जंगली हाथियों का झुंड ने आर्थिक रूप से कमजोर अगरिया परिवार सहित महतो परिवार के लगभग एक दर्जन घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही घर में रखे अनाज, बर्तन आदि सामग्रियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों का झुंड अचानक गांव में प्रवेश कर गया और घरों को नुकसान पहुंचाने लगा.

उस समय घर के अंदर देवती देवी अपनी दो पुत्रियों के मौजूद थी. हाथियों के हमले को देखकर वह अपनी बच्चियों के साथ खाट के नीचे छुपकर जान बचायी. घर टूट जाने के बाद अब उसके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं है. उसका पति बाहर प्रदेश में काम करता है.

इसी दिन एक दिव्‍यांग के घर पर भी हाथियों ने हमला कर दिया. दिव्‍यांग चमन अगरिया ने भी घर के कोने में छुपकर अपनी जान बचायी. हाथियों के आतंक से बचने के लिए गांव के दर्जनों महिला, पुरुष और बच्‍चे रात्रभर घर की छत पर चढ़कर रात बितायी. कई ग्रामीण तो गांव छोड़कर भाग निकले.

ग्रामीणों ने कहा 15 से 16 हाथियों का एक झुंड रात के करीब आठ बजे गांव में घुस आया और रात 12 बजे तक गांव में तांडव मचाता रहा. आस-पास के ग्रामीणों द्वारा ढोल नगाड़ा बजाकर हाथियों को भगाया गया. तबतक हाथियों ने दर्जनों घरों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया था.

हाथियों के उत्‍पात की सूचना मिलने के बाद हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल क्षेत्र के वन क्षेत्र पदाधिकारी सरयू यादव व वनरक्षी रजा अहमद, संजीत कुमार ने घटनास्थल का दौरा कर दौरा कर क्षतिपूर्ति का जायजा लेकर वरीय पदाधिकारी को सूचना दी और मुआवजा दिलाने की बात कही.

इन ग्रामीण का घर हाथियों ने किया क्षतिग्रस्‍त

हीरा अगरिया, सुरेंद्र अगरिया, कुलदीप अगरिया, दिनेश अगरिया, कामेश्वर अगरिया, रितलाल महतो, दिनेश अगरिया, कामेश्वर अगरिया, बुधन अगरिया, तापेश्वर महतो, चुरामण महतो आदि का घर और घर में रखा अनाज हाथियों ने पूरी तरह बर्बाद कर दिया. इनके अलावा चन्द्रीका अगरिया, सैनाथ अगरिया, रामजी अगरिया, अनिल महतो, संजय महतो, भुनेशवर महतो, जीतन महतो, महादेव महतो, रति महतो, जैनाथ महतो, नारायण महतो, काली आदि किसानों का अरहर और सरसो का फसल हाथियों ने बर्बाद कर दिया.

ग्रामीणों का कहना है कि जंगली हाथियों का झुंड गांव से महज दो सौ गज की दूरी पर पहाड़ के जंगलों में छुपा हुआ है. जिससे ग्रामीण भयभीत हैं कि कहीं हाथियों का झुंड दोबारा गांव पर आक्रमण ना कर दे. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों से पीडि़त परिवारों को मुआवाजा दिलाने की मांग करते हुए हाथियों को क्षेत्र से भगाने की मांग की है.

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