बोकारो : मरुद्र प्लस टू हाइ स्कूल की बदलेगी तस्वीर, सीएसआर के तहत फेरो स्क्रैप 40 लाख रुपया करेगी खर्च

बोकारो : चास स्थित रामरुद्र प्लस टू हाइ स्कूल की तस्वीर बदलने वाली है. आने वाले कुछ माह में यह स्कूल किसी प्राइवेट स्कूल की तरह संसाधनों से लैस हो जायेगा. रामरुद्र स्कूल को जिला के मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए डीसी मृत्युंजय कुमार प्रयासरत है. इसके लिए उन्होंने डीसी सेल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 23, 2019 6:36 AM

बोकारो : चास स्थित रामरुद्र प्लस टू हाइ स्कूल की तस्वीर बदलने वाली है. आने वाले कुछ माह में यह स्कूल किसी प्राइवेट स्कूल की तरह संसाधनों से लैस हो जायेगा. रामरुद्र स्कूल को जिला के मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए डीसी मृत्युंजय कुमार प्रयासरत है. इसके लिए उन्होंने डीसी सेल के पदाधिकारियों को इसके कार्य में लगाया है.

टीम ने स्कूल का मुआयना कर क्या-क्या जरूरी है, इसकी रिपोर्ट दी है. उसके आधार पर काम कराया जा रहा है. डीसी सेल ने सामाजिक निगमित दायित्व (सीएसआर) के तहत फेरो स्क्रैप से उस स्कूल में 40 लाख रुपये खर्च करा रही है. 24 जनवरी को फेरो स्क्रैप के कार्य शुरू करने के लिए डीसी से भूमि पूजन आदि कराने की योजना बनी है.
पुस्तकालय से प्रयोगशाला तक होंगे सुदृढ़ : सीएसआर के पैसे से स्कूल के साइंस लैब को सुव्यवस्थित किया जायेगा. इसमें लैब टेबल, बैठने की व्यवस्था, लैब के आवश्यक सामानों की खरीदारी की जायेगी. वहीं पुस्तकालय के लिए किताबों के अलावा रैक, कुर्सी टेबल आदि लगाया जायेगा. इसके अलावे दो क्लास रूम व दो शौचालय का निर्माण कराया जायेगा.
25 लाख रुपये की लागत से बनेगी बाउंड्री वॉल : एनएच के चौड़ीकरण के कारण स्कूल की बाउंड्री वॉल ध्वस्त हो गयी है. इसके निर्माण के लिए एसएमसी की बैठक में निर्माण करने पर टेंडर कराकर निर्माण कार्य कराने का निर्णय हुआ था. इसके आलोक में डीसी ने टेंडर का जिम्मा आरइओ को दिया है. टेंडर निकालने की कार्रवाई चल रही है. चहारदिवारी निर्माण व स्कूल में स्थित कुएं का जीर्णांद्धार में लगभग 25 लाख रुपये खर्च नहीं होगा.
रामरुद्र प्लस टू हाइ स्कूल को मॉडल स्कूल बनाने के दिशा में कार्रवाई की जा रही है. मेरी टीम ने स्कूल जाकर आवश्यकताओं की जानकारी ली है. उसके आधार पर सीएसआर के तहत कार्य कराया जा रहा है. बाउंड्री वॉल के लिए एसएमसी के निर्णय के आलोक में टेंडर करने का निर्देश दिया गया है. ताकि कार्य में परदर्शिता बनी रहे.
मृत्युंजय कुमार बरणवाल, डीसी ,बोकारो

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