एसआइएस कर्मियों ने सात करोड़ रुपये किया गबन, 5.5 करोड़ मिले

एसआइएस के आधा दर्जन कर्मचारी हिरासत में सुरक्षा के साथ एटीएम में नकद राशि डालने का काम करती है एजेंसी बोकारो : सात करोड़ रुपये गबन के सिलसिले में एसबीआइ की एटीएम को सुरक्षा देने वाली एजेंसी एसआइएस (सिक्यूरिटी एंड इट्लीजेंस सर्विसेज) व एटीएम में नकद राशि डालने वाली एसआइएस की दूसरी विंग सीआइटी के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 17, 2018 5:23 AM

एसआइएस के आधा दर्जन कर्मचारी हिरासत में

सुरक्षा के साथ एटीएम में नकद राशि डालने का काम करती है एजेंसी
बोकारो : सात करोड़ रुपये गबन के सिलसिले में एसबीआइ की एटीएम को सुरक्षा देने वाली एजेंसी एसआइएस (सिक्यूरिटी एंड इट्लीजेंस सर्विसेज) व एटीएम में नकद राशि डालने वाली एसआइएस की दूसरी विंग सीआइटी के कुछ कर्मचारियों के यहां शुक्रवार को छानबीन की गयी. इस सिलसिले में एजेंसी पुलिस का सहयोग ले रही है. छानबीन के दौरान एजेंसी के कुछ कर्मचारियों के घर से करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये बरामद कर लिये गये हैं. बोकारो एसपी कार्तिक एस ने मामले की पुष्टि की. बताया : आधा दर्जन से अधिक एसआइएस कंपनी के कर्मचारी व पदाधिकारी को हिरासत में लेकर बीएस सिटी थाना में पूछताछ की जा रही है़
क्या है मामला : एसआइएस की सुरक्षा में सीआइटी के कर्मचारी व पदाधिकारी जिले में एसबीआइ के 102 एटीएम में प्रतिदिन पैसा डालते हैं. गत कुछ दिनों से सीआइटी के कुछ कर्मचारी व पदाधिकारी धोखाधड़ी कर किसी अन्य व्यक्ति के नाम से संचालित डोंगल का इस्तेमाल कर एटीएम में पैसा डाल रहे थे़ फिर एटीएम मशीन में डोंगल के माध्यम से व्यवधान पैदा कर कुछ ही देर में एटीएम से कुछ राशि निकाल लेते थे़ राशि की निकासी करने के बाद एटीएम को फिर से चालू कर दिया जा रहा था़ इससे बैंक व एसआइएस कंपनी को ऑनलाइन रुपये डालने की जानकारी मिलती थी़ एटीएम में डाले गये रुपये की निकासी जब ग्राहक करते थे, तो एटीएम में जमा कुल राशि से कम निकासी होने पर ही एटीएम में कैश खत्म हो जा रहा था़
एसआइएस कर्मियों
इसकी जानकारी एसआइएस के पदाधिकारियों को मिली तो जांच की गयी. जांच करने के बाद कर्मचारियों व पदाधिकारियों की संलिप्तता सामने आयी़ मामले में शामिल एसआइएस के कर्मचारी व अधिकारी फिलहाल गबन का पैसा अपने घर पर ही रखे हुए थे, ताकि मामला प्रकाश में आने के बाद उक्त पैसा कंपनी के पास जमा कर अपना बचाव कर सकें. एसआइएस के पदाधिकारी भी यह मामला दबाने का प्रयास कर रहे है़ं
पुलिस अधिकारियों से एसआइएस के पदाधिकारी यह निवेदन करते देखे गये कि अगर उनके गबन की राशि बरामद हो जाती है, तो वह केस नहीं करेंगे़ इसी उधेड़बून में शुक्रवार की देर शाम तक थाना में मामला दर्ज कराने के लिए एसआइएस के पदाधिकारियों ने आवेदन नहीं दिया है़ एसआइएस कंपनी के रांची, दिल्ली, पटना, जमेशदपुर व बोकारो के पदाधिकारी थाना में कैंप किये हुए है़ं गबन की गयी राशि सेक्टर तीन, सेक्टर नौ व सेक्टर चार स्थित एक आवास से बरामद की गयी है़
इनके घर से मिले रुपये : अंगेज कुमार कार्डियन (एटीएम में राशि डालने वाला कर्मचारी), रितेश कुमार (एसआइएस सिक्यूरिटी इंचार्ज), संतोष कुमार (एसआइएस कंपनी का इंजीनियर) शामिल है़
एसआइएस के पदाधिकारियों ने गुरुवार की रात पुलिस को गबन की सूचना देकर सहयोग मांगा. पुलिस की सुरक्षा में एसआइएस ने अपने कई कर्मचारियों के घर दबिश देकर साढ़े पांच करोड़ रुपये से अधिक की गबन राशि बरामद कर ली है. आठ कर्मचारियों व अधिकारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है़ एसआइएस के पदाधिकारियों द्वारा लिखित आवेदन देने के बाद पुलिस संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी़
कार्तिक एस, एसपी, बोकारो
विभिन्न माध्यमों से इस संबंध में सूचना प्राप्त हुई है़ एसबीआइ ने एटीएम में राशि डालने की जिम्मेवारी एनसीआर प्राइवेट लिमिटेड को दी है़ एनसीआर ने उक्त कार्य का जिम्मा एसआइएस के मनी लोडिंग कंपनी सीआइटी को दिया है़ एटीएम में राशि डालने में गबन करने से बैंक को आर्थिक तौर पर कोई नुकसान नहीं होगा़ गबन का मामला प्रकाश में आने पर बैंक उक्त कंपनी से करार तोड़ने की कार्रवाई करेगी़
रंजीता शरण सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, एसबीआइ, बोकारो

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