बदला गणित : भाजपा में ज्योतिरादित्य, संकट में कमलनाथ, राज्यसभा प्रत्याशी बनाये गये सिंधिया

कभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टोली के सशक्त सदस्य रहे युवा तुर्क ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में सिंधिया को पार्टी की सदस्यता दिलायी.

By Pritish Sahay | March 12, 2020 1:28 AM

नयी दिल्ली : कभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टोली के सशक्त सदस्य रहे युवा तुर्क ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में सिंधिया को पार्टी की सदस्यता दिलायी. भाजपा में शामिल में होने के कुछ ही देर बाद पार्टी ने मध्यप्रदेश से सिंधिया को राज्यसभा के पार्टी उम्मीदवार के रूप में नामित किया.

उन्हें केंद्र में मंत्री भी बनाया जा सकता है. इससे पहले सिंधिया ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की. वहीं, उन्होंने उन परिस्थितियों का जिक्र किया, जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया. इशारों ही इशारों में कांग्रेस नेतृत्व पर वार किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था. आरोप लगाया कि कांग्रेस वास्तविकता से भटक चुकी है. वहां नयी सोच और विचारधारा के लिए कोई जगह नहीं है. नयी सोच से मतलब नयी पौध से ही है जिसे पार्टी ने किनारा लगा दिया.

सिंधिया ने भाजपा में शामिल होने पर प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को धन्यवाद दिया. मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर वार करते हुए सिंधिया ने कहा कि राज्य में एक सपना हमने पिरोया था, वहां सरकार भी बनी, लेकिन 18 महीने में सारे सपने बिखर गये. मालूम हो कि मंगलवार की सुबह सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया था.

सिंधिया बोले- कांग्रेस के जरिये जनसेवा संभव नहीं, मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित

कांग्रेस छोड़ने की तीन वजह

वास्तविकता से इनकार करना

जड़ता का माहौल

नयी सोच व नये नेतृत्व को मान्यता न मिलना

10 मिनट का भाषण

04 बार पीएम मोदी का लिया नाम

02-02 बार नड्डा और शाह का किया जिक्र

दादी विजयाराजे सिंधिया को किया याद

कांग्रेस को कोसा : कांग्रेस पहले जैसी नहीं रही. कांग्रेस न ही हकीकत को स्वीकार करना चाहती है और न ही नये नेतृत्व को मान्यता देना चाहती है. ऐसे में वहां रह कर मैं जनसेवा नहीं कर पाऊंगा.

ज्योतिरादित्य जी आज अपने परिवार में शामिल हुए. आज मैं हमारी वरिष्ठतम नेता दिवंगत राजमाता सिंधिया जी को याद कर रहा हूं. खुशी की बात है कि उनके पौत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया जी भाजपा में शामिल हुए है.

जेपी नड्डा, भाजपा अध्यक्ष

ज्योतिरादित्य सिंधिया ही केवल ऐसे थे, जो कभी भी मेरे घर आ सकते थे. वह मेरे साथ कॉलेज में भी रहे हैं. वह मेरे अच्छे मित्रों में रहे हैं. इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना.

राहुल गांधी

(वक्त नहीं देने के सवाल पर)

18 साल का छूटा साथ तो बोले सिंधिया

कांग्रेस के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया का 18 साल से सीधा नाता था. भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए सिंधिया ने कहा कि उनके जीवन की दो अहम तारीखें हैं. पहली 30 सितंबर 2001 जब उनके पिता की मृत्यु हुई. दूसरी 10 मार्च, 2020 जब उन्होंने अपने जीवन का अहम फैसला यानी कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया. Â पेज 00 भी देखें

22 विधायकों का इस्तीफा संकट में कांग्रेस सरकार : सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उनके साथ ही मध्य प्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गयी है.

विधानसभा का सत्र 16 मार्च को बुलाया गया है. इधर, भाजपा ने अपने 106 विधायकों को भोपाल से बाहर भेज दिया है. उधर, सिंधिया समर्थक विधायक बेंगलुरु से दिल्ली लाये गये. भोपाल स्थित सीएम हाउस से कांग्रेस के 98 विधायकों को जयपुर भेज दिया गया है.

कमलनाथ सरकार के छह मंत्रियों को बर्खास्त करने के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. अभी मैं छुट्टी पर हूं. राजभवन पहुंच कर सभी पक्षों को सुनने के बाद ही कोई फैसला करूंगा.

लालजी टंडन, राज्यपाल, एमपी

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