दिल्ली मर्डर केस: CCTV फुटेज देख साहिल ने कबूला जुर्म! बोले केजरीवाल- आरोपी को दिलाएंगे कड़ी से कड़ी सजा

दिल्ली में नाबालिक लड़की की हत्या मामले में आरोपी साहिल ने घटनास्थल पर मौजूद होने की बात कबूल की है. वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अदालत से दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए बड़े से बड़ा वकील खड़ा करेंगे. दिल्ली सरकार ने पीड़ित परिजनों को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है.

By Pritish Sahay | May 30, 2023 4:17 PM

Delhi Murder case: दिल्ली में अपनी कथित नाबालिग प्रेमिका की बेरहमी से हत्या करने वाला आरोपी साहिल फिलहाल दो दिनों की पुलिस रिमांड में है. घटना को लेकर पुलिस ने आरोपी साहिल को वारदात के समय का सीसीटीवी वीडियो दिखाया. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आरोपी ने कबूल किया है कि वह वीडियो में है. बता दें. आरोप है कि बीते 28 मई की रात रोहिणी के शाहबाद डेयरी इलाके में साहिल खान ने नाबालिग लड़की को 20 से 22 बार चाकू मारा, इसके बाद आरोपी ने कंक्रीट के एक स्लैब से उसकी सिर कुचल दिया. घटना का सीसीटीवी फुटेज काफी वायरल हो गया है.

एक और सीसीटीवी फुटेज आया सामने

दिल्ली हत्या मामले में पुलिस को एक और सीसीटीवी फुटेज मिला है. इस सीसीटीवी फुटेज में आरोपी साहिल को शाहबाद डेयरी इलाके में 28 मई को नाबालिग की हत्या करने से पहले देखा गया है. वहीं सीसीटीवी फुटेज की पुष्टि पुलिस ने भी की है.

आरोपी को कठोर सजा देने के लिए दिल्ली सरकार खड़ा करेगी वकील

घटना के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ये बहुत दर्दनाक हादसा है और घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. उन्होंने कहा कि आरोपी को कठोर से कठोर सजा दिलाने के लिए दिल्ली सरकार कोर्ट में बड़े से बड़ा वकील खड़ा करेगी. वहीं उन्होंने मृतका के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा के की भी घोय़णा की है.

AAP ने साधा उपराज्यपाल पर निशाना

इधर, दिल्ली में नाबालिग की हत्या मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के एलजी पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने लड़की की हत्या की घटना को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली के लोगों का शहर की कानून-व्यवस्था प्रणाली से भरोसा उठ गया है. मंगलवार को आप नेता भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा कि शाहबाद डेयरी में लड़की की निर्मम हत्या, लोग क्यों नहीं करते मदद? दिल्ली के लोगों का क़ानून व्यवस्था पर भरोसा उठ चुका है. जो पुलिस महिला पहलवानों और मनीष सिसोदिया पर बल का इस्तेमाल करती है, वह इन हत्यारों के सामने निर्बल नजर आती है. समस्या नेतृत्व में है. उपराज्यपाल साहब की प्राथमिकता कुछ और है.

भाषा इनपुट के साथ

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