Delhi MCD Election: 50 फीसदी के करीब हुआ मतदान, EVM में कैद हुई 1349 प्रत्याशियों की किस्मत

Delhi MCD Election 2022: दिल्ली एमसीडी चुनाव में शाम साढ़े पांच बजे तक करीब 50 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. पिछले बार की तुलना में इस बार 3 फीसदी कम मतदान हुआ. वहीं, इस बार एमसीडी चुनाव में बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे.

By Pritish Sahay | December 4, 2022 10:08 PM

Delhi MCD Election 2022: दिल्ली एमसीडी चुनाव में आज यानी रविवार को वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. राज्य चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, शाम साढ़े पांच बजे तक करीब 50 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. गौरतलब है कि इस बार एमसीडी चुनाव में बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला. तीनों दलों ने चुनाव में अपनी जीत का दावा किया है.  

5 बजे तक 50 फीसदी मतदान: दिल्ली में सभी वार्ड में शाम साढ़े पांच बजे तक करीब 50 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. एमसीडी चुनाव में वोटर पहले कम संख्या में वोट देने आये. इसी कारण दोपहर साढ़े 12 बजे तक महज 18 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. हालांकि, इसके बाद मतदान ने रफ्तार पकड़ी और ज्यादा संख्या में लोग घरों से निकलकर वोट करने पहुंचे.

बीते साल की तुलना में 3 फीसदी कम हुआ मतदान: गौरतलब है कि बीते साल यानी 2017 की अपेक्षा इस बार मतदान 3 फीसदी कम हुआ है. साल 2017 के दिल्ली नगर निगम चुनावों में 53 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. लेकिन इस बार मतदान 50 फीसदी ही रहा.

किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं: दिल्ली एमसीडी चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने जमकर प्रचार किया था. बीजेपी आम और कांग्रेस ने अपनी-अपनी जीत का दावा भी किया था. हालांकि 50 फीसदी मतदान से राजनीतिक दलों को थोड़ी निराशा हुई है. हालांकि मतदान शांतिपूर्ण रहा. किसी इलाके से किसी तरह के अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली.

इस गांव ने किया एमसीडी चुनाव का बहिष्कार: एमसीडी चुनाव को लेकर दिल्ली में काफी हलचल दिखी लेकिन वहीं, बवाना के कटेवड़ा गांव के मतदान केंद्रों में सन्नाटा पसरा रहा. बवाना के कटेवड़ा गांव के लोगों ने एमसीडी चुनाव का बहिष्कार किया है. लोगों ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चुनाव से दूरी बनाई. गांव के लोगों ने बताया कि यहां की मुख्य सड़कें टूटी हुई हैं, नालियां जाम है और दिल्ली नगर निगम स्कूलों की हालत जर्जर है. लेकिन अधिकारी उनकी शिकायत पर गौर नहीं करते इस कारण उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया है. लोगों का कहना है कि जब तक अधिकारी हमारी शिकायत नहीं सुनेंगे, हम वोट नहीं देंगे.

ईवीएम में कैद हुई किस्मत: गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में 1.45 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने के पात्र हैं. वहीं, इस बार चुनाव में कुल 1349 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जिनकी किस्मत अब ईवीएम में बंद हो चुका है. बता दें, चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे.
भाषा इनपुट के साथ

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