सांसद ने सुपौल से गुहाटी व कोलकत्ता के लिए नई सुपरफास्ट ट्रेन चलाने की रखी मांग

अस्थायी रूप से सहरसा से आनंद बिहार भाया सुपौल तक परिचालन कर ऐतिहासिक काम किया गया है.

By RAJEEV KUMAR JHA | March 18, 2025 7:16 PM

सुपौल सांसद दिलेश्वर कामैत ने संसद में वर्ष 2025-2026 के रेल मंत्रालय के अनुदानित मांगों की चर्चा में सुपौल के लिए रेल परियोजना व लंबी दूरी की ट्रेन परिचालन करने की मांग की. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा लाइफ लाइन कहा जाता है. यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है. रेलवे की भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ एवं मजबूत बनाने में अहम भूमिका होती है. कहा कि बिहार के 98 रेलवे स्टेशन को अमृत स्टेशन योजना के तहत निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. जिसमें सुपौल स्टेशन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. इसके लिए वह रेलमंत्री को धन्यवाद देते हैं. कहा कि 1934 के भूंकप में ध्वस्त सेतू को 86 वर्षों के बाद कोसी व मिथिला के ऐतिहासिक दिन 18 सितबंर 2020 को रेल महासेतु का उद्घाटन एवं राष्ट्र को समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट करता हूं. कहा कि सुपौल से राज्य की राजधानी पटना तथा देश की राजधानी दिल्ली के लिए एक भी ट्रेन नहीं चलती थी. बीते 06 महीने से सहरसा-पटना राज्यरानी ट्रेन संख्या 12567 व 12568 का ललितग्राम तक विस्तार किया गया है. वहीं गरीब रथ ट्रेन संख्या 05578 को अस्थायी रूप से सहरसा से आनंद बिहार भाया सुपौल तक परिचालन कर ऐतिहासिक काम किया गया है. इससे राजस्व में वृद्धि तो हो रही है. इसके साथ ही दिल्ली एवं पटना आने-जाने में जनता को सुविधा भी मिल रही है. उन दोनों गाड़ियों का परिचालन स्थायी रूप से नियमित किया जाए. इसके लिए पूर्व मध्य रेलवे जोन के द्वारा भी रेलवे बोर्ड को अनुशंसा भेज दी गयी है. वहीं सहरसा-अमृतसर जनसाधारण साप्ताहिक एक्सप्रेस का ललितग्राम तक विस्तार कर परिचालन किया जा रहा है. उक्त ट्रेन के ललितग्राम तक परिचालन होने से सीमावर्ती क्षेत्र के गरीब कामगारों को रोजगार हेतु पश्चिमी क्षेत्र के शहरों में आने-जाने के लिये काफी सुविधा मिल रही है. जनहित में नियमित स्थायी परिचालन ललितग्राम से अमृतसर के लिये किया जाय. उन्होंने ललितग्राम से भाया सुपौल, सहरसा, दानापुर होते हुए दिल्ली के लिये अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन अथवा ललितग्राम से भाया सरायगढ़, सुपौल सहरसा होते हुए नई दिल्ली तक एक मेल एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन करने की मांग की. जबकि सहरसा से नई दिल्ली भाया सुपौल, झंझारपुर, दरभंगा अमृत भारत एक्सप्रेस नामक ट्रेन चलायी जाय. अथवा दरभंगा से आनंद बिहार गाड़ी संख्या 15557 व 15558 अमृत भारत एक्सप्रेस का विस्तार वाया सुपौल, सहरसा तक किया जाय. कहा कि उक्त ट्रेन दरभंगा में 24 घंटे से ज्यादा ले ओवर रहती है और वहां खड़ी रहती है. कटिहार से फारबिसगंज, दरभंगा होते हुए नई दिल्ली तक दरभंगा से फारबिसगंज, कटिहार होते हुए गुहाटी के लिए एक नई ट्रेन चलायी जाय. सांसद ने कटिहार या जोगबनी से फारबिसगंज, राघोपुर, निर्मली होते हुए देश की राजधारी नई दिल्ली के लिए एक नई सुपरफास्ट ट्रेन परिचालन किया जाय. जिससे कोसी-सीमांचल और मिथिलांचल के क्षेत्र में ना केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर में भी वृद्धि होगी. सांसद श्री कामैत ने सुपौल से कोलकाता तथा सुपौल से मुंबई के लिए एक नई सुपरफास्ट ट्रेन चलाने की मांग की. उन्होंने 1934 के भूकंप में ध्वस्त प्रतापगंज से भीमनगर रेललाइन के सर्वे का काम पूरा होने की जानकारी दी और कहा कि नई रेललाइन स्वीकृत कर उक्त सीमावर्ती क्षेत्र में रेललाइन का निर्माण कर परिचालन किया जाय.

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