शीतलहर और कोहरे से जन-जीवन बेहाल, अलाव के सहारे कांपते लोग
जिले में तापमान में लगातार हो रही गिरावट के कारण ठंड का सितम दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. भीषण ठंड और शीतलहर ने आम जन-जीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है.
ठंड का कहर. कोहरे के कारण बस, ट्रक व दोपहिया वाहनों की आवाजाही भी हो रही प्रभावित सुपौल. जिले में तापमान में लगातार हो रही गिरावट के कारण ठंड का सितम दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. भीषण ठंड और शीतलहर ने आम जन-जीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. सुबह-शाम सर्द पछुआ हवा और घना कोहरा लोगों की मुश्किलें और बढ़ा रहा है. हालात ऐसे हैं कि लोग गर्म कपड़ों के साथ-साथ अलाव का सहारा लेने को मजबूर हैं, फिर भी कनकनी कम होने का नाम नहीं ले रही है. ठंड से बचाव के लिए लोग अपने स्तर से गली-मोहल्लों और दुकानों के सामने अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं. बावजूद इसके ठंड का असर कम नहीं हो रहा है. मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला-खोमचा लगाने वाले और दिहाड़ी मजदूर सबसे अधिक परेशान नजर आ रहे हैं. सुबह जल्दी निकलने वाले लोगों के लिए ठंड किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं रह गयी है. तापमान में गिरावट से बढ़ी परेशानी सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार आगामी तीन से चार दिनों तक मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है. लगातार गिरते तापमान के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं और जरूरी काम होने पर ही बाहर निकल रहे हैं. धूप ने दी थोड़ी राहत, लेकिन बेअसर रविवार की दोपहर के समय कुछ देर के लिए सूर्यदेव के दर्शन जरूर हुए, जिससे लोगों को हल्की राहत मिली. हालांकि, धूप निकलने के बावजूद ठंडी हवा और कनकनी के कारण लोगों की परेशानी कम नहीं हुई. शाम होते ही ठंड का असर और तेज हो जाता है, जिससे बाजार और सड़कें जल्दी सूनी होने लगती हैं. बाजारों में सन्नाटा भीषण ठंड का असर बाजार क्षेत्रों में भी साफ नजर आ रहा है. दिन के समय भी बाजारों में पहले जैसी भीड़-भाड़ नहीं दिख रही है. दुकानदारों का कहना है कि ठंड के कारण ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आयी है. लोग केवल जरूरी सामान खरीदने के लिए ही बाहर निकल रहे हैं, जिससे छोटे व्यापारियों की परेशानी बढ़ गयी है. ठंड का सबसे अधिक असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है. सुबह और शाम के समय स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी ठंड का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बुजुर्गों में सर्दी, खांसी और जोड़ों के दर्द की शिकायतें बढ़ने लगी हैं. डॉक्टरों ने लोगों को सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी है. घने कोहरे से थमी रफ्तार ठंड के साथ-साथ जिले में घने कोहरे का भी कहर जारी है. अहले सुबह से ही सड़कों पर घना कोहरा छा जाता है, जिससे वाहनों की रफ्तार थम जाती है. दृश्यता बेहद कम होने के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरन वाहन चालक दिन में भी हेडलाइट जलाकर वाहन चलाते नजर आते हैं, ताकि किसी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके. कोहरे के कारण बसों, ट्रकों और दोपहिया वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है. ठंड से बचाव की अपील मौसम विभाग और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से ठंड के इस मौसम में सावधानी बरतने की अपील की है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने, गर्म कपड़े पहनने, गरम भोजन करने और अनावश्यक रूप से सुबह-शाम बाहर न निकलने की सलाह दी गयी है.
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