मैट्रिक परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राएं हुए सम्मानित
मैट्रिक परीक्षा में विद्यालय के टॉप पांच विद्यार्थियों में चार बेटियां शामिल
मैट्रिक परीक्षा में विद्यालय के टॉप पांच विद्यार्थियों में चार बेटियां शामिल सुपौल. जिले के छातापुर प्रखंड अंतर्गत कटहारा पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में गुरुवार प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में वर्ष 2024-25 के मैट्रिक उत्तीर्ण टॉप 5 विद्यार्थियों एवं कक्षा 09 के वार्षिक परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टॉप 10 बच्चे को सम्मानित किया गया. वहीं कक्षा 09 के वार्षिक परीक्षा में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया. विद्यालय के गणित शिक्षक चंदन कुमार झा ने जानकारी देते बताया कि वर्ष 2025 में मैट्रिक में विद्यालय का 95 प्रतिशत रिजल्ट रहा. जिसमें 50 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए. विद्यालय के नियमित छात्र-छात्रा सानिया प्रवीण 457 अंक प्राप्त कर प्रथम रैक, करिश्मा कुमारी 449 अंक प्राप्त कर द्वितीय रैंक, 419 अंक प्राप्त कर कनिज फातमा तीसरा प्राप्त किया. जबकि 406 अंक गिरिराज पटेल एवं 399 अंक बीभा कुमारी ने प्राप्त कर विद्यालय सहित अपने समाज का मान बढ़ाया. यह सभी छात्र-छात्रा विद्यालय स्तर के मूल्यांकन में भी हमेशा टॉप 5 में अपनी जगह बनाये रखते थे. वहीं कक्षा 09 के वार्षिक परीक्षा में मो अल्ताफ ने 425 अंक, आरती कुमारी ने 404 अंक प्राप्त कर क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय रैंक हासिल किया. मौके पर अंग्रेजी अध्यापिका स्मिता ठाकुर, सुनिधि प्रिया, हिंदी अध्यापिका सुजाता कुमारी, विज्ञान अध्यापक दिवाकर मिश्र सहित अभिभावक मौजूद थे. मैट्रिक परीक्षा में विद्यालय टॉपर सानिया प्रवीण ने बताया कि वे नियमित विद्यालय जाती थी. जहां उन्होंने सभी विषयों को समय पर अध्ययन कर पूरा किया. पाठ्यक्रम समाप्त होने के उपरांत विद्यालय के गणित शिक्षक चंदन कुमार झा द्वारा रिवीजन के लिए क्रैस कोर्स चलाया गया. जहां उन्नयन कक्ष के माध्यम से रिवीजन करवाया गया. विद्यालय में सेंटअप परीक्षा के उपरांत बोर्ड पैटर्न पर सभी विषयों की 5-5 टेस्ट सीरीज आयोजित की गयी. जिससे वह बेहतर स्कोर कर पायी एवं समय रहते अपने कमजोरियों को पता कर उसमें सुधार की. विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बेहतर मार्गदर्शन किया. विद्यालय के शिक्षक श्री झा ने बताया कि इस पंचायत में बालिकाओं की शिक्षा की बहुत खराब स्थिति है. इसलिए हमारा प्रयास समाज में बालिकाओं के शिक्षा में बेहतर परिणाम दिलाना था. ताकि दूसरे अभिभावक भी अपनी लड़कियों की शिक्षा के लिए जागरूक हो सके एवं उन्हें अवसर प्रदान करें. बताया कि सभी टॉपर्स नियमित रूप से विद्यालय आते थे. उन्होंने सभी विषयों की पढ़ाई में सहयोग प्रदान किया और आज यह सभी बेहतर प्रदर्शन कर पाये.
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