भूटान से बोधगया जा रही बौद्ध भिक्षुओं से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त, एक दर्जन बौद्ध भिक्षु जख्मी

सुपौल : भूटान से बोधगया जा रही बौद्ध भिक्षुओं से भरी एक टूरिस्टर बस किसनपुर थाना क्षेत्र के एनएच 57 सड़क मार्ग पर कोसी महासेतु के समीप गुरुवार की दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस घटना में करीब एक दर्जन बौद्ध भिक्षु गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना के बाद घटना स्थल पर अफरा तफरी का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2019 10:57 PM

सुपौल : भूटान से बोधगया जा रही बौद्ध भिक्षुओं से भरी एक टूरिस्टर बस किसनपुर थाना क्षेत्र के एनएच 57 सड़क मार्ग पर कोसी महासेतु के समीप गुरुवार की दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस घटना में करीब एक दर्जन बौद्ध भिक्षु गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना के बाद घटना स्थल पर अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया. स्थानीय लोग घटना स्थल की और दौड़ पड़े. लोगों ने घटना की सूचना एनएचआई विभाग को दिया. इसके बाद मौके पर पहुंची एनएचआई की एम्बुलेंस से जख्मी को भपटियाही पीएचसी में भर्ती कराया. वहीं कुछ जख्मियों को निर्मली पीएचसी में भर्ती कराया गया.

कुहासे की वजह से हुई दुर्घटना
बीआर 09पीए/0842 जय जगदंबे बस के चालक प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि सुबह के समय महासेतु के समीप घना कुहासा लगा हुआ था. आगे चल रही एक ट्रैक्टर एक ट्रक से साइड ले रही थी. इसी बीच कुछ ही दूरी पर उसने बस में ब्रेक लगाया. लेकिन ब्रेक प्रोपर कार्य नहीं किया. जिस कारण बस ट्रक से टकरा गई. जिस कारण यह घटना घटित हुई. बताया कि बस में करीब 60 बौद्ध भिक्षु सवार थे. बुधवार को ही सभी बौद्ध भिक्षुओं को लेकर भूटान से बोधगया के लिये चले थे. बस में सवार चार व्यक्ति जलपाईगुड़ी एवं शेष भूटान के निवासी बताया जाता है. घटना में बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. वहीं चालक व सह चालक बाल-बाल बच गए.

भपटियाही पीएचसी में इनका हुआ इलाज
भपटियाही पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर रामनिवास प्रसाद ने बताया कि घटना में जख्मी टाभिट शिशुयून 28 वर्ष, भगिनी 60 वर्ष, जिमी 18 वर्ष, नाडु 40 वर्ष, श्रीगी 35 वर्ष, कर्मा 42 वर्ष, ताशी 50 वर्ष, तरूण बर्मन 32 वर्ष, छपेला 65 वर्ष, सीसीगो सोने 36 वर्ष, श्रीगी छोपड़े 30 वर्ष, श्रीगि रीली 36 वर्ष, करम घिराना 52 वर्ष, ऐसी 40 वर्ष, उठरो 30 वर्ष, रैले 31 वर्ष, जांबे 50 वर्ष, तीसरींग ठारे 47 वर्ष आदि का प्राथमिक इलाज किया गया. प्रभारी ने बताया कि जख्मी में 9 महिला सहित पुरुष शामिल थे.

कहते हैं थानाध्यक्ष

किसनपुर थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि घटना के बाद वे लोग सदलबल घटना स्थल पर पहुंचे. जहां बौद्ध भिक्षुओं का इलाज कराया गया. बताया कि वे दूसरे बस की व्यवस्था कर सभी को बोधगया के लिए रवाना किये जाने की बात बौद्ध भिक्षुओं के समक्ष रखी. लेकिन बौद्ध भिक्षुओं ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस का अगला हिस्सा ही क्षतिग्रस्त हुआ है. साथ ही बस में उनलोगों का काफी सामान है. जिसे अदला बदली करने में परेशानी होगी. उनलोगों के आग्रह पर सभी भिक्षुओं को उसी बस से सम्मान के साथ विदा किया गया.

पीएचसी में एमबीबीएस डॉक्टर की पदस्थापना की उठी मांग
घटना के बाद प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव, जिला परिषद सदस्य महादेव यादव, शत्रुघन प्रसाद मेहता, जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, भाजपा नेता विजय कुमार सिंह, राजद प्रखंड अध्यक्ष रामनंदन प्रसाद यादव, युवा नेता रौनक कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि बताया कि प्रखंड क्षेत्र से दो-दो एनएच गुजरती है. प्रतिदिन कहीं न कहीं से दुर्घटनाग्रस्त मरीज स्वास्थ्य केंद्र आते हैं. एमबीबीएस चिकित्सक नहीं रहने के कारण आयुष चिकित्सक द्वारा उपचार कर बेहतर इलाज हेतु बाहर रेफर कर दिए जाता है. जनप्रतिनिधियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़ भपटियाही में जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन से दो एमबीबीएस चिकित्सक एवं एक महिला चिकित्सक की पदस्थापना किये जाने की मांग किया.

वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर रामनिवास प्रसाद ने बताया कि एमबीबीएस चिकित्सक नहीं रहने के कारण आयुष चिकित्सक से गंभीर रूप से जख्मी मरीजों का उपचार कराया जा रहा है. बताया कि एमबीबीएस चिकित्सक नहीं रहने के कारण कई बार सिविल सर्जन का ध्यान भी आकृष्ट कराया गया. लेकिन अभी तक स्वास्थ्य केंद्र को एमबीबीएस चिकित्सक नहीं उपलब्ध नहीं हो पाया है. जिस कारण घायल मरीजों के इलाज में काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

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