हिना शहाब को लेकर अवध बिहारी चौधरी का बड़ा बयान, बोले- कब किसे पार्टी से निकाला

बिहार विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कहा है कि हिना शहाब राजद में हैं. उनको कोई पार्टी से निकाला नहीं है. लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव समेत सभी उनका सम्मान करते हैं. पत्रकारों से बात करते हुए स्पीकर ने कहा कि हिना शहाब को क्या किसी ने पार्टी से निकाला है.

By Prabhat Khabar Print Desk | September 2, 2022 2:27 PM

सिवान. बिहार विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कहा है कि हिना शहाब राजद में हैं. उनको कोई पार्टी से निकाला नहीं है. लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव समेत सभी उनका सम्मान करते हैं. पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को लेकर पूछे गये सवाल पर पत्रकारों से कहा कि हिना शहाब को क्या किसी ने पार्टी से निकाला है. यही सवाल पूछ रहे हैं ना. तो जान लीजिए. हिना शहाब राजद में हैं, उन्हें किसी ने पार्टी से नहीं निकाला है और न ही उन्होंने पार्टी छोड़ी है.

अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाऊंगा

स्पीकर ने कहा कि जो जिम्मेदारी मुझे मिली है, उसको ईमानदारी पूर्वक निभाऊंगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार जनता से किया वादा जल्द पूरा करेगी. रोजगार के मसले पर उन्होंने कहा कि जल्द ही नौकरी भी देने की प्रक्रिया शुरू होगी. भाजपा के आरोपों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा खुद कुछ नहीं है. वो आरएसएस का एजेंडा चला रही है. आरएसएस मतलब नागपुर. वो नागपुरिया संविधान देश में लागू करना चाहती है.

हिना शहाब ने कहा था वो किसी पार्टी में नहीं

26 जून को पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने हम अभी किसी पार्टी में नहीं है, बयान देकर बिहार में सियासी भूचाल ला दिया था. जिससे उनकी राजद छोड़ने की अटकलों को और मजबूती मिलती दिख रही थी. जब से लालू परिवार के द्वारा हिना शहाब को राज्यसभा नहीं भेजा गया, उस समय से लोग कयास लगा रहे हैं कि हिना शहाब अब राजद को बाय-बाय करेंगी.

पूरे बिहार का दौरा करेंगी हिना

हिना शहाब ने पिछले दिनों मीडिया को बताया था कि वो अब पूरे बिहार का दौरा करने जा रही हैं. माना जा रहा है कि उसके बाद कुछ बड़ा फैसला लेंगी. वैसे हिना शहाब तीन बार लोकसभा का चुनाव लड़ीं, लेकिन लगातार तीनों बार हार का सामना करना पड़ा. हिना ने कभी भी राज्यसभा जाने की बात पार्टी के बड़े नेताओं से नहीं की. हालांकि उनके समर्थकों ने हिना को राज्यसभा भेजने को लेकर लगातार मांग की लेकिन लालू परिवार के तरफ से अपनी पुत्री को दोबारा राजयसभा भेज दिया गया.

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