पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में शहाबुद्दीन को सीबीआइ ने कस्टडी में लिया, पूछताछ जारी

नयी दिल्ली : बिहार के सीवान जिले के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में सीबीआइ ने आज राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को अपनी कस्टडी में लिया. सीबीआइ उन्हें अपने साथ अपने मुख्यालय ले गयी, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. मालूम हो पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में शहाबुद्दीन का हाथ बतायागया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 29, 2017 12:52 PM

नयी दिल्ली : बिहार के सीवान जिले के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में सीबीआइ ने आज राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को अपनी कस्टडी में लिया. सीबीआइ उन्हें अपने साथ अपने मुख्यालय ले गयी, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. मालूम हो पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में शहाबुद्दीन का हाथ बतायागया था. इस मामले में पिछले सप्ताह पूर्व सांसद को दसवां अभियुक्त बनाया गया, साथ ही अदालत ने सीबीआइ को उन्हें कस्टडी में लेने की भी अनुमति दी, जिसके बाद सीबीआइ आज उन्हें कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है.सीबीआइ ने 22 मई को शहाबुद्दीन को राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में आरोपी बनाने की अर्जी दायर की थी. उन्हें आज आज दिन के रिमांड पर सीबीआइ ने लिया है.

शहाबुद्दीन दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं और वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये ही पिछले सप्ताह मुजफ्फरपुर की अदालत में उनकी पेशी हुई थी.सीबीआइने मुजफ्फरपुर की एक अदालत को बताया था कि उनका नाम इस मामले में आरोपी केरूप में सामने आया है और उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करनाजरूरी है. अदालत ने एजेंसी को उससे पूछताछ करने की अनुमति दे दी.

उल्लेखनीय है कि 13 मई 2016 को सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी और उनकी पत्नी ने इस हत्या में शहाबुद्दीन की भूमिका होने का आरोप लगाया है. इस मामले की प्राथमिकी उनकी पत्नी आशा रंजन ने सीवान नगर थाने में दर्ज करायी थी. बाद में इस मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग उठी, जिसके आधार पर बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने सितंबर में मामले की सीबीआइ जांच कराने की अनुशंसा की.

शहाबुद्दीन 45 से अधिक आपराधिक मामलों में मुकदमे का सामना कर रहे हैं. सीवान निवासी चंद्रशेखर प्रसाद की याचिका पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसारउन्हें इस साल फरवरी में तिहाड़ जेल भेज दिया गया था. प्रसाद के तीन बेटे दो अलग-अलग घटनाओं में मार दिए गए थे.

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