अस्पताल में तैनात किये जायेंगे आयुष्मान मित्र

महाराजगंज : सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान भारत के तहत मरीज और इलाज करने वालों को भी लाभ मिलेगा. अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों को इंसेंटिव मिलेगी. यह इसेंटी प्रति डॉक्टर सालाना एक से तीन लाख रुपये तक हो सकता हैं. योजना के तहत जीतने भी मरीजों का सरकारी अस्पताल में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 21, 2019 7:31 AM

महाराजगंज : सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान भारत के तहत मरीज और इलाज करने वालों को भी लाभ मिलेगा. अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों को इंसेंटिव मिलेगी. यह इसेंटी प्रति डॉक्टर सालाना एक से तीन लाख रुपये तक हो सकता हैं. योजना के तहत जीतने भी मरीजों का सरकारी अस्पताल में इलाज किया जायेगा. उस इलाज की राशि के लिए क्लेम होगा. इसके लिए अस्पतालों में कमेटी बनायी जायेगी.

क्लेम प्रक्रिया के लिए कमेटी जिम्मेदार होंगे. इस तरह से साल में क्लेम के जरिये आने वाला धन एकत्रित किया जायेगा. इसी का 25 फीसदी हिस्सा अस्पताल के डॉक्टर व अन्य पैरामेडिकल एस्टाप के बतौर इंसेंटिव मिलेगा. जब कि शेष 75 फीसदी राशि उक्त अस्पताल के भवन और गुणवत्ता पर खर्च होगी. आयुष्मान भारत के सूत्रों के अनुसार इस बारे में आयुष्मान भारत की गाइड लाइन में नये नियमों को जोड़ा गया हैं.
जिला के सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, प्रखंड के पीएचसी तक में डॉक्टर व पारामेडिकल इन सभी स्टाफ को आयुष्मान भारत के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा ऐसा किया जा रहा हैं. साथ ही हर अस्पताल में मरीजों को दिशा निर्देश देने और उनके इलाज से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार ने आयुष्मान मित्र को तैनात करने का निर्णय लिया हैं. इन आयुष्मान मित्रों को अस्पताल की ओर से वेतन दिया जायेगा.
सेवा में त्रुटि होने पर होगी शिकायत :
बताया जाता है कि सरकार ने मरीजों को भी बड़ी राहत दिया हैं. अस्पताल में इलाज नहीं होने पर जिला और राज्य स्तर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने का प्रावधान किया है. इसमें जिला स्तर पर भी एक कमेटी का प्रावधान है. यह कमेटी शिकायत को 15 दिनों के अंदर निबटारा करेगी. अगर कंपनी द्वारा 15 दिनों के अंदर निबटारा नहीं किया जाता हैं तो इस दिशा में राष्ट्रीय कमेटी इसका संज्ञान लेगी.

Next Article

Exit mobile version