जरूरत के समय बाजार से गायब हो जाती है यूरिया : मोर्चा
संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा की प्रखंड इकाई की बैठक अध्यक्ष पारसनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को को हुई.
रीगा. संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा की प्रखंड इकाई की बैठक अध्यक्ष पारसनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को को हुई, जिसमें खरीफ फसल के मौके पर यूरिया खाद की कमी और ऊंचे दाम पर बाजार में उपलब्ध रहने पर चिंता व्यक्त की गई. वक्ताओं ने कहा कि धान सबसे महत्वपूर्ण खरीफ फसल होती है. जब धान के खेत में पानी लगी रहता है, तो बाजार में यूरिया की किल्लत हो जाती है और जब पानी सूख जाता है तो यूरिया उपलब्ध हो जाती है. विगत एक सप्ताह से हो रही बारिश के बाद किसान यूरिया के लिए बाजारों में खाद के लिए भटक रहे हैं. अधिकृत दुकानदार अपने सामने खाद उपलब्ध नहीं है का बोर्ड लगा दिया है. ऐसे में बिचौलिया के माध्यम से किसान 4 सौ प्रति बोरा यूरिया खरीदने को मजबूर हो रहे हैं. मोर्चा नेता डॉ आनंद किशोर, पारसनाथ सिंह, राम जन्म गिरी, बच्चा सिंह, धर्म प्रकाश प्रसाद, नरेश झा व मोहन राम समेत अन्य ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर सरकार गंभीर नहीं है. इस बाबत बीएओ विवेकानंद झा ने बताया कि खाद की जो खेप आयी थी, उसका वितरण हो चुका है. फिर आने के बाद किसानों को खाद उपलब्ध होगी.
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