आज भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधेगी बहनें, सुबह सात बजे से 1.30 तक शुभ मुहुर्त
आज बहने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर उसे हर मुसीबत से बचाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेगी.
सीतामढ़ी. आज बहने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर उसे हर मुसीबत से बचाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेगी. वहीं, भाई अपने श्रद्धा-शक्ति के हिसाब से बनहों को उपहार देंगे. इसको लेकर एक सप्ताह पूर्व से हीं शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में राखियों की दुकानें सजी हुई हैं. राखी के गीतों से शहर व ग्रामीण क्षेत्र संगीतमय बना हुआ है. खास कर शुक्रवार को राखी व मिठाई के विभिन्न दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ी देखी गई. शहर के मेहसौल चौक, मेन रोड, महंत साह चौक, भवदेवपुर, गुदरी रोड, शंकर चौक, लोहापट्टी, कोट बाजार, जानकी स्थान, रीगा रोड, गौशाला चौक व बसवरिया समेत जिले भर के हाट-बाजारों में रंग-बिरंगी राखियों की दुकानों पर बड़ी संख्या में महिला व युवतियां रखियों की खरीदारी कर रही थी. वहीं, महिलायें रंग-बिरंगी राखियों के साथ-साथ राखी उत्सव से जुड़े अन्य सामग्री की भी खरीदारी कर रही थी. बाजार में पांच रुपये से लेकर सैकड़ों रुपये तक की रंग-बिरंगी राखियां उपलब्ध थी. श्रावण पूर्णिमा यानी शनिवार को श्रावण मास का समापन होगा. कमलेश झा ने ने बताया कि रक्षा बंधन के लिए भद्रा नक्षत्र वर्जित माना गया है, इसलिए भद्रा नक्षत्र को में राखी नहीं बांधना या बंधवाना चाहिए. हालांकि, उन्होंने बताया कि आठ अगस्त को ही दोपहर दो बजे से रात दो बजे तक भद्रा नक्षत है. सुबह सात बजे से लेकर दोपहर 1.33 बजे तक पूर्णिमा तिथि है, अत: दोपहर 1.30 बजे तक रक्षा बंधन का त्योहार मनाना उत्तम है.
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