चहारदीवारी विहीन सीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा का अभाव, मरीज व कर्मियों को होती है परेशानी
चहारदीवारी नहीं करने के कारण यहां इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीज व अस्पताल कर्मी अपने-आप को असुरक्षित महसूस करते हैं.
चोरौत. करोड़ों की लागत से स्थानीय सीएचसी का भवन निर्माण हुआ, पर चहारदीवारी नहीं करने के कारण यहां इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीज व अस्पताल कर्मी अपने-आप को असुरक्षित महसूस करते हैं. वहीं, आवासीय भवन नहीं होने के कारण अस्पताल के अधिकारी व कर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कुछ अधिकारी व कर्मी अनुमंडल तो कुछ जिला मुख्यालय से प्रतिदिन आवाजाही करते हैं, जिसके चलते उन्हें पहुंचने व वापस जाने में भारी परेशानियों का समाना करना पड़ता है. सीएचसी में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव रहता है. स्थानीय राघवेंद्र चौधरी, अजीत कुमार झा, रामप्रवेश मंडल, दिनेश पूर्वे, मुकेश साह, विजय झा, सुरेंद्र साह, महेश ठाकुर व रमेश राय समेत अन्य ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक व कर्मियों का अभाव है. चहारदीवारी नहीं रहने के करण सीएचसी परिसर में गंदगी फैली रहती है. यह परिसर मवेशियों का चारागाह एवं आवारा पशु व कुत्ते का आश्रय स्थल बना रहता है. कहा कि इसके लिए स्थानीय लोग व कर्मी भी दोषी हैं. कारण कि ये लोग रोजमर्रा का कूड़ा- करकट सीएचसी के सामने या आसपास फेंक देते हैं. नियमित सफाई नहीं होने के कारण यहां गंदगी का अंबार लगा रहता है. अस्पताल के नए भवन के बगल से गंदे पानी का नाला भी बहाया जा रहा है, जिसके चलते हमेशा दुर्गंध के साथ ही मच्छर का प्रकोप बना रहता है. चहारदीवारी नहीं रहने के कारण कुछ लोग सीएचसी के जमीन का अतिक्रमण भी कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
