जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बिजली चोरी करने वाले सात लोगों पर प्राथमिकी
गुप्त सूचना के आधार पर डुमरा (पश्चिमी) एवं डुमरा (पूर्वी) विद्युत आपूर्ति प्रशाखा की टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर कई बिजली चोरी के मामलों का खुलासा किया.
सीतामढ़ी. गुप्त सूचना के आधार पर डुमरा (पश्चिमी) एवं डुमरा (पूर्वी) विद्युत आपूर्ति प्रशाखा की टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर कई बिजली चोरी के मामलों का खुलासा किया. जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बिजली की चोरी कर रहे सात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. बिजली चोरी को लेकर भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की धारा-135 एवं अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत डुमरा थाना के मेथौरा गांव निवासी भुषण साह, पकटोला गांव निवासी बच्चा प्रसाद, विशनपुर गांव निवासी नरायण ठाकुर, रुपौली गांव निवासी शनि कुमार, बरहरवा गांव निवासी राजू कुमार, परमानंदपुर गांव निवासी महावीर साह व मेथौरा गांव मे अग्यात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. विभाग ने आम उपभोक्ताओं को चेतावनी दी है कि बिजली चोरी पर सख्त दंड और जुर्माने का प्रावधान है.
कार्रवाई में कनीय विद्युत अभियंता सुनील कुमार एवं धनंजय कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ, सहायक अभियंता, तकनीकी कर्मी और विद्युत विच्छेदन दल शामिल थे. जांच में पाया गया कि मेथौरा, कटोला, बिशनपुर रूपौली, बरहरवा और परमानन्दपुर सहित कई गांवों में उपभोक्ताओं को एलटी बॉक्स से सीधे सर्विस तार जोड़कर, मीटर बायपास कर और कनेक्शन विच्छेद के बाद भी अवैध रूप से बिजली उपयोग करते पकड़ा गया. इन मामलों में कुल सात उपभोक्ताओं के परिसरों में 216 से 529 वाट तक का लोड पाया गया. विभागीय आकलन के अनुसार, नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड को इससे लगभग 2.85 लाख का आर्थिक नुकसान हुआ है. मौके से कई रंगों के टोका तार जब्त किए गए, जबकि आरोपी कोई वैध बिजली कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके.
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