धान क्रय केंद्र पर वाट में ईंट का उपयोग
फोटो नंबर- 4 ईंट को भी बनाया गया वाट — एक क्विंटल की खरीद पर 10 किलो अधिक लिया जा रहा धान — धान में नमी होने की बात कह किसानों का शोषण बोखड़ा : प्रखंड के विभिन्न पैक्सों पर धान की खरीद शुरू कर दी गयी है. मिलर के प्रतिनिधि की नियुक्ति के चलते […]
फोटो नंबर- 4 ईंट को भी बनाया गया वाट — एक क्विंटल की खरीद पर 10 किलो अधिक लिया जा रहा धान — धान में नमी होने की बात कह किसानों का शोषण बोखड़ा : प्रखंड के विभिन्न पैक्सों पर धान की खरीद शुरू कर दी गयी है. मिलर के प्रतिनिधि की नियुक्ति के चलते धान की खरीद नहीं हो रही थी. तब तक बड़ी संख्या में किसान बाजार में धान की बिक्री कर चुके थे. प्रखंड मुख्यालय व पैक्सों पर खरीद शुरू होने के बाद किसानों को लगा कि अब लाभ मिलेगा, पर ऐसा संभव नहीं हो सका. यह जान कर हैरानी होगी कि भाउर पैक्स पर अगर कोई किसान एक क्विंटल धान की बिक्री करता है तो उससे 10 किलो अधिक धान लिया जाता है. क्रय केंद्र पर यह कहा जाता है कि नमी के चलते अधिक धान लिया जा रहा है. मरता क्या न करता वाली स्थिति किसानों की हो गयी है. धान का सरकारी दर 1660 रुपये प्रति क्विंटल होने के चलते किसान पैक्सों व क्रय केंद्रों पर धान की बिक्री करने को विवश हैं. भाउर पैक्स पर वाट कम पड़ जाने पर वाट के रूप में ईंट का उपयोग किया जा रहा है. — 85 क्विंटल धान की कमी किसानों से क्विंटल पर 10 किलो अधिक धान लिये जाने की बाबत बीएओ मणि रौशन शर्मा ने बताया कि गत वर्ष नमी के चलते 85 क्विंटल धान कम हो गया था. इसी कारण यह किया जा रहा है. नमी की जांच मिल के कर्मी करते हैं और अधिक नमी पाये जाने पर धान को रिटर्न कर दिया जाता है. — कहते हैं कार्यपालक सहायक भाऊर पैक्स पर धान की खरीद कर रहे कार्यपालक सहायक ने बताया कि 25 किलो का वाट मिला हुआ है, जबकि बोरा में 42 किलो धान आता है. वाट कम पड़ जाने के कारण हीं वाट के रूप में ईंट का उपयोग किया जा रहा है.
