सामान की खरीद में करोड़ों के भुगतान का नहीं हुआ समाधान

भुगतान को एजेंसी वाले लगातार डीएम को दे रहे आवेदन सीतामढ़ी : नगर पंचायत, बैरगनिया में करोड़ों रुपये की यांत्रिक सामग्री की खरीद के मामले में फंसे पेच का समाधान अबतक संभव नहीं हो सका है.मामले में कार्यपालक पदाधिकारी के स्पष्टीकरण पर भी कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. इस बीच, सामग्री की आपूर्ति […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2019 1:10 AM

भुगतान को एजेंसी वाले लगातार डीएम को दे रहे आवेदन

सीतामढ़ी : नगर पंचायत, बैरगनिया में करोड़ों रुपये की यांत्रिक सामग्री की खरीद के मामले में फंसे पेच का समाधान अबतक संभव नहीं हो सका है.मामले में कार्यपालक पदाधिकारी के स्पष्टीकरण पर भी कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. इस बीच, सामग्री की आपूर्ति करने वाले एजेंसियों द्वारा भुगतान के लिए डीएम को लगातार आवेदन दिया जा रहा है. भुगतान को आसान बनाने के लिए नपं के कार्यपालक पदाधिकारी शशिभूषण मिश्र ने उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक से सामग्री की गुणवत्ता की जांच करा जिला को रिपोर्ट भेजी थी.

क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि नगर पंचायत, बैरगनिया में साइलेंट जेनेरेटर, बायो फॉगिंग मशीन, हाइड्रोलिक ऑटो टीपर, लेडीज व जेंट्स मूत्रालय, बायो ट्वायलेट एवं वाटर एटीएम समेत अन्य सामग्री की खरीद की गयी थी. खरीद को बनी समिति में तकनीकी सदस्य नहीं होने के कारण खरीद की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा हो गया था. वैसे जांच रिपोर्ट में भी डीसीएलआर सदर ने यही बात कही थी. रिपोर्ट के आलोक में कार्यपालक पदाधिकारी से जवाब-तलब किया गया था. डीएम ने दोषी अधिकारी व कर्मी के बारे में भी जानकारी मांगी मांगी थी.

किस एजेंसी का कितना बकाया: बताया गया है कि ओम शिव ट्रेडिंग कंपनी, लखनऊ के 7.50 लाख, आरती एजेंसी मुजफ्फरपुर का 4.31 लाख, शिवम एजेंसी गाजियाबाद का 9.45 लाख, क्लीन इंडिया पटना के 6.35 लाख, नंदलाल एजेंसी मोतिहारी का 25.48 लाख समेत अन्य का बकाया है. बता दे कि इस मामले से जुड़ा एक और मामला यह है कि स्वच्छता अभियान की खानापूर्ति कर ली गयी थी. जांच को गये डीसीएलआर सदर को नपं कार्यालय से कोई कागजात/अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया था.

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