Sasaram News : डेहरी बाजार में बुलडोजर के साथ प्रशासनिक अधिकारी सड़क पर उतरे
डेहरी बाजार में डिवाइडर के दोनों तरफ ठेला लगाकर सड़क को संकरी करने वालों के विरुद्ध आखिरकार कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर शनिवार को अनुमंडल प्रशासन की नींद खुल ही गयी
डेहरी ऑफिस. डेहरी बाजार में डिवाइडर के दोनों तरफ ठेला लगाकर सड़क को संकरी करने वालों के विरुद्ध आखिरकार कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर शनिवार को अनुमंडल प्रशासन की नींद खुल ही गयी. लोगों को बाजार की सड़क पर चलने में होने वाली परेशानी को अनुमंडल प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए पहले तो माइकिंग कराकर ठेले वालों को आगाह किया कि अविलंब डिवाइडर के दोनों तरफ लगाये गये ठेला को तुरंत हटा ले, उसके बाद प्रशासनिक अधिकारी बुलडोजर के साथ बाजार की मुख्य सड़क पर निकल पड़े. देखते ही देखते डिवाइडर के दोनों तरफ ठेला लगाकर सड़क जाम करने वाले रफू चक्कर हो गये. प्रशासन की इस कार्रवाई से आम जनता काफी खुश दिखी. लोगों का कहना है की डिवाइडर के दोनों तरफ अपना ठेला लगाकर रोजी-रोटी कमाने वालों की संख्या ना के बराबर है. महज एक दो लोगों द्वारा अतिक्रमण कर ठेला लगाने की प्रवृत्ति को अपना व्यवसाय बना लिया गया है. उन एक दो व्यक्तियों द्वारा ही अपना ठेला लगवा कर उस पर अपने पैसे से फल खरीद कर, किराये पर आदमी को रखा कर बेचवाया जाता है, जो फल सब्जी को बेचकर उसकी राशि ठेला मलिक को देता है और दिन भर का अपना मजदूरी उनसे प्राप्त करता है. लोग यह भी कहते हैं कि बाबा मार्केट के सामने परमानेंट लगने वाली सब्जी की दुकान व कला निकेतन से लेकर गांधी आश्रम तक डिवाइडर के उतरी हिस्से में बांस बल्ली के सहारे बनायी गयी परमानेंट फल की दुकान का एक मोटी रकम किसी कर्मी द्वारा वसूला जाता हैं. लोग कहते हैं कि अगर वसूली की बात सत्य हो तो प्रशासन को यह चाहिए कि वह कर्मी कौन है या उस कर्मी के माध्यम से वह राशि कहां-कहां जाती है या दर्जनों की संख्या में डिवाइडर के दोनों तरफ लगाये जाने वाले ठेलों में से अधिकांश ठेलों का मालिक आखिर वह दो व्यक्ति कौन है इसका पता लगाकर उस पर कानून सम्मत कार्रवाई करें, जिससे कि बुलंद हौसले के साथ बीच सड़क पर परमानेंट दुकान लगाने वालों का हौसला टूट जाए व कोई दूसरा व्यक्ति सड़क के ऊपर दुकान या ठेला लगाने के लिए नहीं सोच पाये. शनिवार की कार्रवाई को राहुल गांधी के रविवार को सुवरा हवाई अड्डा पर होने वाले कार्यक्रम को देखकर की जाने वाली कार्रवाई बताया. वैसे लोगों ने कहा कि काश नेताओं का हर माह डेहरी बाजार की सड़क से आना जाना होता, तो अतिक्रमण से होने वाली परेशानी से हमें निजात मिलता. लोगों ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि डेहरी बाजार में तिक्रमण को पूर्ण रूप से हटवाये और भविष्य में अतिक्रमण करने वालों पर आर्थिक दंड लगाये, तभी डेहरी बाजार अतिक्रमण से मुक्त हो सकता है. इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी निलेश कुमार ने बताया कि पूर्व से तय कार्यक्रम के तहत शनिवार को डेहरी बाजार में अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई की गयी है. आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी.
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