Saran News : परसा प्रखंड परिसर में लगे चापाकल महीनों से खराब, फरियादी बेहाल

Saran News : परसा प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थित दो चापाकल कई महीनों से खराब पड़े हुए हैं.

By ALOK KUMAR | April 13, 2025 9:53 PM

परसा. परसा प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थित दो चापाकल कई महीनों से खराब पड़े हुए हैं, जिससे पेयजल संकट गंभीर रूप ले चुका है. प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय, बाल विकास परियोजना कार्यालय, मनरेगा कार्यालय, जीविका कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण सरकारी दफ्तरों में कार्य के सिलसिले में आने वाले आम लोगों को भीषण गर्मी में पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. भीम सिंह, श्रवण कुमार, ललित कुमार, प्रियंका कुमारी, गीता देवी, अजय कुमार, राजेंद्र राय, मोहम्मद फिरोज, सरोज कुमार, अमित कुमार, लालती कुंवर, सोनू कुमार, विकास कुमार, अनिता देवी, सरफराज आलम समेत कई लोगों ने नाराजगी जताते हुए बताया कि गर्मी अपने चरम पर है और पानी की सबसे अधिक ज़रूरत इसी समय होती है, लेकिन सरकारी कार्यालयों में पानी तक उपलब्ध नहीं है.

डीएम ने किया था मरम्मती दल को रवाना, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा गर्मी को देखते हुए चापाकलों की मरम्मत के लिए प्रत्येक प्रखंड में मरम्मती दल का गठन किया गया था. इसी क्रम में 13 मार्च को जिलाधिकारी अमन समीर ने समाहरणालय परिसर से मरम्मती टीमों को हरी झंडी दिखाकर सभी प्रखंडों के लिए रवाना किया था. लेकिन हैरानी की बात है कि इतने दिनों बाद भी परसा प्रखंड कार्यालय परिसर के दोनों चापाकल अब तक सुधारे नहीं जा सके हैं. पेयजल के अभाव में कई बार बुजुर्ग, महिलाएं और दूर-दराज से आये ग्रामीण इधर-उधर पानी की तलाश में भटकते देखे जाते हैं. इससे न सिर्फ आम लोगों को कठिनाई हो रही है, बल्कि सरकार की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

इस समस्या पर नहीं जाता है किसी का ध्यान

प्रखंड कार्यालय परिसर में दो-दो चापाकल है, लेकिन दोनों चापाकल खराब पड़ा हुआ है. इस तपती धूप में पानी के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. लेकिन इस पर प्रखंड प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.

लालती कुंवर, ग्रामीण

चापाकल कई महीनों से खराब पड़ा हुआ है. जिसके वजह से यहां पर आने वाले लोगों को प्रखंड कार्यालय परिसर से निकलकर दूसरे जगह पानी के लिए जाना पड़ता है.

श्रवण कुमार, वार्ड संघ प्रखंड अध्यक्ष, परसा प्रखंड कार्यालय परिसर में अंचल प्रखंड बाल विकास परियोजना, जीविका, मनरेगा का कार्यालय है. लेकिन चापाकल की स्थिति जर्जर है. लोग चापाकल पर पहुंचते हैं लेकिन पानी नहीं मिल पाता है.

मोहम्मद फिरोज, ग्रामीण

क्या कहते हैं बीडीओ

इस संबंध में पीएचडी विभाग को पत्राचार किया गया है. जल्दी प्रखंड परिसर में खराब पड़े चापकालों की मरम्मती करायी जायेगी.

राकेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, परसा

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