मैट्रिक के मूल प्रमाणपत्र के अभाव में टूट सकता है नेहाल का सपना

दिघवारा : जीवन में सरकारी नौकरी पाकर अपनी किस्मत बनाने और अपने कमजोर आर्थिक स्थितिवाले परिवार की स्थिति बेहतर करने की चाह के बीच एक युवक ने अपनी मेधावी क्षमता से एयरफोर्स का एग्जाम निकाल लिया है, मगर मैट्रिक का मूल प्रमाणपत्र नहीं मिलने के कारण नेहाल नाम के इस युवक का सपना टूटने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 29, 2016 11:03 PM

दिघवारा : जीवन में सरकारी नौकरी पाकर अपनी किस्मत बनाने और अपने कमजोर आर्थिक स्थितिवाले परिवार की स्थिति बेहतर करने की चाह के बीच एक युवक ने अपनी मेधावी क्षमता से एयरफोर्स का एग्जाम निकाल लिया है, मगर मैट्रिक का मूल प्रमाणपत्र नहीं मिलने के कारण नेहाल नाम के इस युवक का सपना टूटने के कगार पर है. बहरहाल कई बार यह युवक मूल प्रमाणपत्र प्राप्त करने की चाह के साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय गया, मगर उसे मूल प्रमाणपत्र नहीं मिल सका है.

ट्यूशन पढ़ा कर पास किया एयरफोर्स का एग्जाम : सोनपुर प्रखंड के गोपालपुर गांव निवासी स्व मनोज कुमार साह का एकलौता पुत्र नेहाल कुमार गुप्ता जब काफी छोटा था, तब सीआरपीएफ में कार्यरत उसके पिता गुजर गये. होश संभालने के बाद नेहाल ने ट्यूशन पढ़ा कर वर्ष 2013 में रघुवीर सिंह उच्च विद्यालय महदलीचक नयागांव से प्रथम श्रेणी से मैट्रिक और रामजंगल सिंह इंटर कॉलेज दिघवारा से वर्ष 2015 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्णता हासिल की.
बीते सात अप्रैल को 18 वर्षीय नेहाल ने एयरफोर्स के बिहटा केंद्र पर एक्स व वाइ ग्रुप की परीक्षा दी और लिखित व फिजिकल की परीक्षा पास कर गया, मगर एयरफोर्स बोर्ड ने परीक्षा पास कर चुके इस युवक को जुलाई में होनेवाले मेडिकल की परीक्षा से पूर्व मैट्रिक व इंटर का मूल प्रमाणपत्र जमा करने को कहा है. एयरफोर्स बोर्ड की मांग के बाद नेहाल ने इंटर का मूल प्रमाणपत्र अपने कॉलेज से प्राप्त कर लिया है,
जबकि मैट्रिक का मूल प्रमाणपत्र समय से पूर्व देने में बिहार बोर्ड के पदाधिकारियों ने अपनी असमर्थता व्यक्त की है. बहरहाल, मैट्रिक के मूल प्रमाणपत्र की अनुपलब्धता से नेहाल के एयरफोर्स में इस बार नौकरी पाने की उम्मीदों को झटका लग सकता है. अपने सपने को टूटता देख इस युवक ने अपने नाना व आमी निवासी भोला साह के साथ कई बार बिहार बोर्ड का चक्कर लगाया, मगर अब तक मैट्रिक का मूल प्रमाणपत्र नहीं मिल सका है.
नेहाल ने बताया कि 2013 में मैट्रिक पास जिस अभ्यर्थियों ने बिहटा केंद्र से एयरफोर्स की परीक्षा को पास की है, उन सबों को बिहार बोर्ड से मैट्रिक का मूल प्रमाणपत्र समय से पूर्व नहीं मिल पा रहा है. बकौल नेहाल वह मुख्यमंत्री के जनता दरबार व शिक्षा मंत्री के कार्यालय में जाकर अपनी बात रखेगा.

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