छपरा-पटना मार्ग पर बढ़ गया वाहनों का दबाव

सोनपुर/दिघवारा : दीघा पहलेजा व आरा छपरा सड़क पुलों के शुरू होने महात्मा गांधी सेतु व हाजीपुर तथा पटना के बीच पीपा पुल पर वाहनों के प्रवेश की मनाही होने के कारण छपरा-पटना मुख्य सड़क मार्ग इन दिनों जाम का मार्ग बन गया है और हर दिन इस सड़क मार्ग पर गाड़ियां चींटियों की माफिक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2017 12:37 AM

सोनपुर/दिघवारा : दीघा पहलेजा व आरा छपरा सड़क पुलों के शुरू होने महात्मा गांधी सेतु व हाजीपुर तथा पटना के बीच पीपा पुल पर वाहनों के प्रवेश की मनाही होने के कारण छपरा-पटना मुख्य सड़क मार्ग इन दिनों जाम का मार्ग बन गया है और हर दिन इस सड़क मार्ग पर गाड़ियां चींटियों की माफिक सरकती नजर आती है. वाहनों पर सवार यात्री इस मार्ग पर कितने जगहों पर जाम में फंसेंगे और अपने गंतव्यों तक कब तक पहुंच पायेंगे इसका जवाब कोई नहीं दे सकता है.

जाम में फंसे यात्री कभी पुलिस प्रशासन को तो कभी अपनी किस्मत को कोस सकते हैं. दिघवारा से बाकरपुर तक कई जगहों पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिलने के बाद पटना के गांधी सेतु का महाजाम रूपी ग्रह टलने के बाद ही बड़े वाहनों पर सवार यात्री राजधानी तक पहुंच पाते हैं. किस्मत बुरी रहने पर पटना से छपरा तक पहुंचने में ही दिन गुजर जाता है. पुलिस की निष्क्रियता के बीच सड़क पर वाहनों के चालकों द्वारा अतिक्रमण किये जाने से हर दिन जाम की स्थिति विकराल बनती जा रही है.

पट्टी पुल के पास भी लगता है घंटों जाम : शीतलपुर दिघवारा के मध्य मही नदी पर अवस्थित पट्टी पुल की जर्जरता के कारण इस पुल के पास वाहनों को वन वे करके पास करवाया जाता है जिस कारण देखते ही देखते गाड़ियों की लंबी कतारें लग जाती है जो जाम की वजह बनता है.इस पुल के पास किसी दिन भी न तो चौकीदार की ड्यूटी दिखती है और न ही पुलिस पदाधिकारी ड्यूटी बजाते नजर आते हैं

नयागांव के शहीद राजेंद्र द्वार के समीप भी जाम में फंसते हैं यात्री : नयागांव के शहीद राजेंद्र द्वार के समीप हर दिन जाम लगता है.दरियापुर से पहिया कारखाना के रास्ते बड़े वाहन इसी मार्ग से नयागाँव के शहीद राजेंद्र द्वार के पास निकलते हैं,वहीं पटना व छपरा की ओर से आने वाले वाहन भी शहीद द्वार के सामने से गुजरकर अपने गंतव्यों की ओर जाते हैं.यहाँ पर सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण वाहनों को पास करने में लंबा वक्त लगता है जो जाम की वजह बनता है.
पुलिस की मुस्तैदी न होने से वाहन चालक आगे बढ़ने की होड़ के साथ वाहन चलाते हैं और फिर जाम की स्थिति बनाकर खुद के अलावे अन्य वाहनों को भी जाम में फंसाकर मुसीबत में डालते हैं.इसके अलावे परमानंदपुर,गोविंदचक व बाकरपुर में ही हर दिन जाम लगता है.
वाहनों का बढ़ा फ्लो
बीते 11 जून को दीघा पहलेजा सड़क पुल व आरा छपरा सड़क पुल के शुरू होने के बाद छपरा पटना मुख्य सड़क मार्ग पर वाहनों के आवागमन का फ्लो काफी बढ़ गया है, जिस कारण जाम की समस्या एक आम बात हो गयी है. वाहनों के आवागमन की संख्या बढ़ने से इस मार्ग पर एक्सीडेंट की संख्या में भी इजाफा होने लगा है. इसी मार्ग पर बीते 11 जून को ट्रक की ठोकर से टेंपो सवार तीन लोगों की मौत हो गयी थी, वहीं 20 जून को परमानंदपुर के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से कुचलने से एक साइकिल सवार युवक की मौत हो गयी थी. दिघवारा ढाला के पास सुबह से शाम तक वाहनों का अतिक्रमण दिखता है.ढाला के दोनों छोरों पर सुबह से शाम तक छपरा व हाजीपुर जाने वाले दर्जनों टेम्पो चालक अपने वाहनों को सड़क पर खड़ा कर यात्री बैठाते हैं और वहीं पर ड्यूटी पर मौजूद आरपीएफ के जवान खुली आंखों से सब कुछ देखकर अनदेखा करते हैं.
स्थानीय पुलिस भी ऐसे चालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है जिससे टेम्पो चालकों के अंदर पुलिस नाम का कोई भय नहीं है.जब ट्रेन के गुजरने के बाद ढाला खुलता है तो सड़क पर अवैध तरीके से लगाए गए यहीं वाहन महाजाम का कारण बनते हैं.ढाला के पास सभी आढ़तों तक पहुंचने वाले वाहन भी सड़क पर ही वाहनों को खड़ा कर सब्जियों की लोडिंग अनलोडिंग करते हैं जो जाम की वजह बनता है.

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