Samastipur : पूरा न कर सका पंकज अपने दादा से घर आने का वादा
पंकज सहनी (22) की मौत का समाचार मिलते ही गांववासियों में शोक का माहौल है.
खानपुर . नई दिल्ली के लाल किला के पास सोमवार की शाम हुई आतंकी घटना में कार विस्फोट का शिकार हुए प्रखंड क्षेत्र के हसनपुर पंचायत अंतर्गत फतेहपुर गांव निवासी रामबालक सहनी के पुत्र पंकज सहनी (22) की मौत का समाचार मिलते ही गांववासियों में शोक का माहौल है. मृतक के दादा बालेश्वर सहनी ने बताया कि उसका पुत्र राम बालक सहनी एवं उसका पूरा परिवार दिल्ली में रहकर ड्राइवर का काम कर अपने परिवार का भरन-पोषण करता है. उसके मंझले पुत्र पंकज सहनी की मौत कार विस्फोट के कारण हो गई है. अगर आज बिहार में सरकार के द्वारा रोजगार की व्यवस्था की गई होती तो पोता जीवित होता. यहां रहकर हमारी सेवा कर रहा होता. वह 2022 में अपने बड़े भाई की शादी में घर आया था. कल शाम करीब चार बजे उससे फोन पर बात हुई थी. उसने जल्द ही अपने दादाजी को मिलने का वादा कर घर आने की बात कही थी. अपने दादाजी को कम सुनने की परेशानी से मुक्ति के लिए मशीन लाकर देने का वादा किया था. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. वह इसी बीच कार विस्फोट का शिकार होकर अपनी जान गंवा बैठा. ग्रामीणों का बताना है कि मृत पंकज करीब 15 वर्ष पूर्व अपने माता-पिता के साथ दिल्ली चला गया था. जहां रहकर वह अपनी पढ़ाई कर रहा था. अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए ओला उबर कैब सर्विस में ड्राइवर का काम करता था. घटना की जानकारी मिलने के बाद गांव में मौजूद उसके बड़े भाई और अन्य परिजन दिल्ली के लिए रवाना हुए. परिजनों ने बताया कि मृतक का अंतिम संस्कार दिल्ली में ही किया जायेगा. अपने पोता का अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाने की बात कहकर उसके दादा का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक के घर पर पहुंच कर स्थानीय जिला परिषद सदस्य प्रियंका कुमारी, सत्यनारायण सहनी, हसनपुर पंचायत के मुखिया संजीव कुमार चौधरी आदि ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर ढांढ़स बंधाया.
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