ट्रेन में लूट के दौरान डाला तेजाब, बाहर फेंका

समस्तीपुर : सूरत से औरंगाबाद आ रहे एक युवक के साथ चलती ट्रेन में अपराधियों ने लूटपाट की. इस दौरान विरोध करने पर शरीर पर तेजाब डाल कर चलती ट्रेन से फेंक दिया. जिस स्टेशन के पास घटना हुई, वहां पर एक पुलिसकर्मी ने उसका इलाज कराने के बदले दूसरी ट्रेन में चढ़ा दिया. सुबह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 4, 2016 7:39 AM
समस्तीपुर : सूरत से औरंगाबाद आ रहे एक युवक के साथ चलती ट्रेन में अपराधियों ने लूटपाट की. इस दौरान विरोध करने पर शरीर पर तेजाब डाल कर चलती ट्रेन से फेंक दिया. जिस स्टेशन के पास घटना हुई, वहां पर एक पुलिसकर्मी ने उसका इलाज कराने के बदले दूसरी ट्रेन में चढ़ा दिया.
सुबह समस्तीपुर में ट्रेन से उतरने पर एक रिक्शावाले ने उसे सदर अस्पताल में पहुंचाया. घटना किस ट्रेन में और कहां हुई, यह उसे पता नहीं है. हालांकि, गंभीर रूप से जला युवक अपना नाम रामबचन साह और घर औरंगाबाद के हैबसपुर टीका गांव बता रहा है. उधर, घटना की सूचना के बाद रेलवे में हड़कंप मच गया है.
आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. इधर, डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पटना रेफर कर दिया है. लेकिन, मरीज का कोई अटेंडेंट नहीं होने के कारण वह सदर अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में पड़ा हुआ है. रेल डीएसपी स्मिता सुमन ने बताया कि पुलिस को बयान के लिए भेजा गया है. घटना जिस रेल थाना क्षेत्र में होगी, पीड़ित के बयान को संबंधित थाने में एफआइआर के लिए भेजा जायेगा.
बताया जाता है कि औरंगाबाद के हैबसपुर टीका का रामबचन सूरत में एक निजी कंपनी में काम करता है. वह चार-पांच दिन पूर्व सूरत से ट्रेन से औरंगाबाद के लिए चला था. वह किस ट्रेन में सवार हुआ, उसे पता नहीं. युवक के अनुसार चलती ट्रेन में वह शौचालय की ओर जा रहा था.
इसी दौरान दो-तीन लोगों ने उसके साथ मारपीट कर रुपये आदि लूट लिये. जब उसने विरोध किया, तो एक ने बोतल में रखे पानी सामान तरल पदार्थ इसके शरीर पर फेंक दिया और चलती ट्रेन में धक्का देकर नीचे गिरा दिया. युवक के अनुसार वह कौन-सी जगह थी, उसे पता नहीं. वहां वरदी पहने कुछ लोगों ने उसे दूसरे ट्रेन में बैठा दिया. सुबह समस्तीपुर में उतरने के बाद रेलवे परिसर में दर्द से चिल्ला रहा था, तो एक रिक्शाचालक ने उसे सदर अस्पताल पहुंचा दिया.
चार दिन पुराना है जख्म
युवक का इलाज करने वालेसदर अस्पताल में डॉ जयशंकर प्रसाद ने बताया कि युवक का शरीर करीब 40% तक जला है. जख्म देखने से कम-से-कम चार-पांच दिन पुराना लग रहा है. युवक भी ठीक से बोल नहीं पा रहा है कि उसके साथ कितने दिन पहले घटना हुई है. जख्म ताजा नहीं लग रहा.
चलती ट्रेन से किशोरी को भी फेंका था
कुछ माह पूर्व छेड़खानी का विरोध करने पर एक किशोरी को चलती ट्रेन से फेंक दिया गया था. शहर के ताजपुर रोड में धर्मपुर के पास लोगों ने उसे उठा कर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया था. इस मामले में भी अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी.

Next Article

Exit mobile version