शहरी क्षेत्र में जलजमाव को लेकर वार्डों में धरातल पर नहीं हो रहा कार्य

शहरी क्षेत्र में जलजमाव को लेकर वार्डों में धरातल पर नहीं हो रहा कार्य

By Dipankar Shriwastaw | April 17, 2025 6:16 PM

लोगों को जलजमाव का इस बार भी सता रहा भय, आगामी 14 जून से मॉनसून की बारिश की जतायी गयी है संभावना,सामान्य से अधिक बारिश की है संभावना, महापौर ने कहा, जल्द शुरू की जायेगी तैयारी सहरसा . जिले में मॉनसून प्रवेश की संभावित तिथि 14 जून धीरे-धीरे निकट आ रही है. लेकिन नगर निगम क्षेत्र में इस बार कहीं भी तैयारी नहीं दिख रही है. निगम के लोगों को फिर से भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. आगामी मॉनसून को लेकर किसी प्रकार की तैयारी पर चर्चा तक नहीं हो रही है. जबकि थोडी सी बारिश से निगम क्षेत्र में जलजमाव से लोगों का जीना मुहाल हो जाता है. ऐसे में मॉनसून की लगातार बारिश से उत्पन्न स्थिति को सहज ही समझा जा सकता है. पूर्व के वर्षों में जिला प्रशासन व निगम द्वारा जलजमाव की समस्या दूर करने के लिए पूर्व से ही रोडमैप तैयार किया जाता था. लेकिन इसे भी अबतक तैयार नहीं किया जा सका है. ना ही पूर्व से बने नाले तक की ढंग से सफाई की गयी है. ना ही जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए तैयारी की गयी है. जबकि मॉनसून इस वर्ष भी निर्धारित समय 14 जून तक आने की मौसम विभाग द्वारा संभावना व्यक्त की गयी है. साथ ही अच्छी बारिश की संभावना भी जतायी गयी है. ऐसे में शहरी क्षेत्र से जलजमाव की समस्या से निदान के लिए अब धरातल पर कार्य की आवश्यकता है. जिससे लोगों को जलजमाव से राहत मिल सके. पिछले वर्ष शहर के अधिकांश वार्ड जलजमाव की चपेट में महीनों तक रहे. अंत समय में कच्चा नाला खोदकर जलजमाव की समस्या को दूर करने का प्रयास किया गया. लेकिन इससे भी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका. अब जबकि अगला माॅनसून आने का समय हो रहा है. लेकिन तैयारी जस की तस है. पूर्व की तरह ही वार्डो में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. पिछले वर्ष की तरह न्यू कॉलोनी के वार्ड आठ, नौ एवं दस में स्थिति पूर्व की तरह ही है. जहां पिछले वर्ष अत्यधिक जलजमाव के लोग शिकार हुए थे. इसके साथ ही नया बाजार, सराही, गंगजला, विद्यापति नगर, हटियागाछी सहित अन्य मुहल्ले में भी जलजमाव से लोग पीडित थे. महीनों तक लोग घरों से नहीं निकल पाये थे. लेकिन इसके लिए अबतक कोई स्थायी समाधान वार्ड वासियों को नजर नहीं आया है. इस मॉनसून की बारिश को देखते निगम वासियों में भय का माहौल दिख रहा है. बांध के अंदर एवं बांध के बाहर जहां बाढ़ का बड़ा खतरा है. वहीं शहरी क्षेत्र के लगभग सभी वार्डों में भीषण जलजमाव की आशंका दिख रही है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस बार फिर से शहर जलमग्न होने की स्थिति में आ जायेगा. इसको लेकर प्रशासनिक गतिविधियां तक शुरू नहीं हुई है. धरातल पर कार्य नगण्य दिख रहा है. जबकि अगवानपुर कृषि विज्ञान केंद्र के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मौसम पूर्वानुमान मेंं इस वर्ष 13 से 15 जून तक माॅनसून आने की संभावना जतायी गयी है. इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जतायी गयी है. निगम नाले की नहीं है कन्टेक्टिविटी नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्र के कुछ थोड़े वार्डों में नाला का निर्माण पूर्व में किया गया है. आगामी वर्षा को देखते हुए इन नालों की सफाई भी नगर परिषद द्वारा नहीं की गयी है. इस नाले के पानी के बहने का कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है. नाले के शुरू एवं अंतिम छोर पूरी तरह बंद है. जिससे जल निकासी होना कहीं से संभव नहीं है. ऐसे में इन नालों के भरोसे मॉनसून का पानी शहर से निकाल पाना संभव नहीं है. जबकि शहर के अधिकांश वार्डों में किसी प्रकार का नाला तक नहीं बना है. नाला नहीं रहने के कारण जलजमाव के हालात बनने तय हैं. वहीं कुछ जगहों पर नाला तो निर्माण किया गया है. लेकिन नाले का निर्माण सही नहीं रहने से जलजमाव की समस्या बढ गयी है. लगभग सभी वार्ड में है जलजमाव की स्थिति शहरी क्षेत्र के लगभग सभी वार्डो में जलजमाव की स्थिति है. शहर के मुख्य सड़क से लेकर सभी वार्डों में जलजमाव पूर्व से ही होता आ रहा है. इस जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए पूर्व जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के अथक प्रयास से मास्टर प्लान बनाया गया. जिसके कार्य की स्वीकृति बुडको को दी गयी. कार्य बडे तामझाम से लगभग पांच वर्ष पूर्व शुरू किया गया. लेकिन पहले चरण के बाद दूसरे चरण का कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका. जिससे आगामी बारिश से शहरवासी भयभीत हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र के नया बाजार, गांधी पथ, रिफ्यूजी कॉलोनी, कोशी कॉलोनी, गंगाजल, गौतम नगर, पंचवटी चौक, बटराहा, अली नगर, मीर टोला, महावीर चौक, हटिया गाछी, तिवारी टोला, सहरसा बस्ती सहित कई अन्य वार्डों में अत्यधिक जलजमाव होता है. थोडी सी बारिश में ही लोगों का घरों से निकलना कठिन हो जाता है. अब जबकि मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है. ऐसे में एक बार फिर से शहर के आधे से अधिक वर्ड जलजमाव की चपेट में होंगे. लोगों को अब इसका भय सता रहा है. छोटे नालियों की भी नहीं है कनेक्टिविटी नगर निगम द्वारा गली मोहल्ले में छोटा नाली तो बना दिया गया है. लेकिन इसकी कनेक्टिविटी बड़े नालों के साथ नहीं की गयी है. नाला बनाकर मोहल्ले के दूसरे छोड़ पर खुला छोड़ दिया गया है. जिसके कारण लोगों के घरों का पानी ओवरफ्लो होकर गली मोहल्ले में बहता रहता है. शहर के कई मोहल्ले में नगर निगम द्वारा राशि के बंदर बांट करने के लिए बिना किसी प्लानिंग का नाला बना दिया गया है. जो लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है. शहर की शोभा बढ़ा रहा है संप हाउस शहर के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए बुडको द्वारा दो संप हाउस का निर्माण किया गया है जो वर्षों से बनकर शहर की शोभा बढ़ा रहा है. संप हाउस से नाले का गंदा पानी फिल्टर कर नदियों में गिरने की योजना थी. लेकिन जब संप हाउस तक बड़े नाले का पानी ही नहीं पहुंच रहा है तो फिर संप हाउस किस पानी का फिल्टर करेगा. संप हाउस से फिल्टर होकर निकलने वाले पानी को नदियों में गिरने की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गयी है. शहर में नाले के पानी को फिल्टर करने के लिए दो संप हाउस का निर्माण पॉलिटेक्निक ढाला व कमिश्नरी कार्यालय के पीछे किया गया है. बारिश में जल जमाव होने पर नगर निगम को कई जगहों पर मोटर लगाकर पानी निकासी करना पड़ता है. लेकिन आज तक इसका कोई स्थाई समाधान नहीं किया गया है. जाम पडे नाले की सफाई जरूरी लगभग सभी वर्ष अप्रैल महीने से ही शहरी क्षेत्र में बने नालों की सफाई की जाती थी. जिससे कुछ क्षेत्र में जलजमाव की समस्या गंभीर नहीं होती थी. लेकिन इस वर्ष लगभग आधा से अधिक अप्रैल महीना बीतने को है. नाले की सफाई शुरू तक नहीं हुई है. जबकि प्रतिवर्ष लगभग 10 से 14 जून के बीच जिले में मॉनसून प्रवेश करती है. ऐसे में जलजमाव की समस्याओं का समाधान नहीं होने से लोगों को बडी परेशानी का सामना करना पड सकता है. शायद इस बार फिर से लोग नारकीय जीवन जीने को विवश होंगे. मॉनसून की वर्षा से बढेगी समस्या बेमौसम पिछले दिनों हुई बारिश ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है. जल निकासी के सभी दावों को हल्की बारिश ने ही ध्वस्त कर दिया है. जिला प्रशासन आगामी माॅनसून की बारिश से होने वाले जलजमाव को लेकर तैयारी करने में जुटी है. लेकिन हालात को देखकर नहीं लगता है कि आगामी माॅनसून में भी शहर वासियों को बड़ी राहत मिल सकती है. मॉनसून से पूर्व हुए वर्षा ने जलजमाव की समस्या के समाधान को पूरी तरह नकरा साबित किया है. मॉनसून के पूर्व बारिश को देखकर शहरवासी अभी से ही भयभीत दिख रहे हैं. कहती है महापौर इस बाबत नगर निगम महापौर बैन प्रिया ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव की बड़ी समस्या है. इसे देखते इस दिशा में वह लगातार प्रयास कर रही है. निगम क्षेत्र में जलजमाव की समस्या को लेकर बुड़कों द्वारा दूसरे चरण में नाला का निर्माण किया जायेगा. जिसकी विभाग द्वारा स्वीकृत दे दी गयी है. जल्द ही इसपर भी काम शुरू होगा. लेकिन निगम भी अपने स्तर से जलजमाव की समस्याओं को देखते बोर्ड की बैठक की तैयारी हो रही है. बोर्ड की बैठक में निर्णय लेकर जल्द ही इस दिशा में कार्य शुरू किया जायेगा. उनका पूरा प्रयास रहेगा कि मॉनसून से पूर्व सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली जाये. जिससे आम लोग को मॉनसून के समय किसी प्रकार की विशेष कठिनाई नहीं हो. जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए जल्द ही धरातल पर काम शुरू कर दिया जायेगा.

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