विवादों से घिर रहा वार्ड 42 में बना जीर्णशीर्ण विवाह भवन
विवादों से घिर रहा वार्ड 42 में बना जीर्णशीर्ण विवाह भवन
निगम द्वारा तैयार किया जा रहा अस्थायी वृद्धा आश्रम सहरसा . नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 42 में इन दिनों नगर निगम द्वारा बेकार पड़े विवाह भवन को अस्थायी रूप से बनाये जा रहे वृद्धजन स्थल चर्चा का विषय बन गया है. निर्माण में घोटाले सहित अन्य आरोप लगाये जा रहे हैं. इतना ही नहीं डीएम तक आवेदन देकर शिकायत भी गयी है. जिस पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी भी गठित की गयी है. जिन्हें एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश भी दिया गया है. मालूम हो कि इस स्थल पर बारह वर्ष पूर्व तत्कालीन सांसद पप्पू यादव के सांसद मद से विवाह बनवाया गया था. जिसका ना ही कोई बाउंड्रीवाल था ना ही बिजली व पानी की सुविधा. जिसके कारण इसमें आज तक ना कोई शादी विवाह हुआ ना ही कोई सामुदायिक कार्य. वर्षों पूर्व बना यह भवन असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने पिछले अगस्त महीने में प्रमंडलीय आयुक्त व नगर निगम आयुक्त को आवेदन देकर जर्जर हो रहे विवाह भवन एवं सामुदायिक भवन के रिनोवेशन करते निगम के कार्य में लाने की मांग की थी. नगर आयुक्त अपने कर्मियों के साथ पहुंचकर स्थल का जायजा लिया था. वार्ड के लोगों से मिलकर आश्वस्त किया कि बहुत जल्द यह भवन अब नये रूप में होगा. आश्वासन के अनुरूप कार्य भी शुरू हुआ. जिसका परिणाम हुआ कि जीर्णशीर्ण पड़ा भवन अब आकर्षण बन रहा है. कनीय अभियंता अजय कुमार ने बताया कि पहली बार जब भवन को देखा तो अंदर जाने का साहस नहीं हुआ. चारों ओर घना जंगल बीच में जीर्णशीर्ण पड़ा भवन. लेकिन वहां जो कार्य हो रहा है उसकी जितनी भी तारीफ की जाये कम ही होगी. स्थानीय लोग राजकुमार, संतोष झा, प्रवीण व अन्य ने बताया कि कार्य कर रहे मजदूरों को सफाई के दौरान यहां कोरेक्स व शराब की बोतलें तक मिली थी. उन्होंने कहा कि इस कार्य से ग्रामीण लोग काफी खुश हैं. उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि यह जगह वही जगह है. उन्होंने कहा कि पिछले 12 वर्ष से जीर्णशीर्ण पड़े विवाह भवन की कोई सुधि लेने वाला नहीं था. लेकिन जैसे ही नगर निगम ने कार्य कराना शुरू किया वैसे ही कुछ विकास विरोधी तत्व को हजम नहीं हो रहा है. उन्होंने सामूहिक रूप से जिले के वरीय अधिकारियों से गुहार लगायी है कि ऐसे विकास अवरोधक तत्वों को चिन्हित करें. नगर आयुक्त प्रभात कुमार झा ने बताया कि खंडहर में तब्दील भवन का जीर्णोद्धार कर एक नया रूप स्वरूप दिया जा रहा है. जिसमें सभी सुविधा मुहैया करायी जायेगी. जिसमें ओपन जिम, योगा एवं मनोरंजन की सभी सुविधा उपलब्ध उपलब्ध रहेगी. महापौर बैन प्रिया ने कहा कि जीर्णशीर्ण पड़े भवन का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कर अस्थायी रूप से वृद्धा आश्रम संचालित किया जायेगा. स्थायी भवन बनते ही सारी सुविधाएं के साथ विवाह भवन के रूप में यह भवन उपलब्ध रहेगा. विवादों से घिरा जीर्णशीर्ण भवन में क्या अनियमितता हैं यह तो जांच का विषय है. लेकिन इतना जरूर है कि कल तक जो असामाजिक तत्वों का अड्डा था, आज वह जगह एक खूबसूरत इमारत के रूप में निगम द्वारा तब्दील कर दिया गया है.
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