बिहार में सनातनी राजनीति का शंकराचार्य ने धबौली से किया शंखनाद

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरते हुए धबौली से सनातनी राजनीति का शंखनाद किया.

By Dipankar Shriwastaw | October 8, 2025 6:27 PM

सार्वजनिक दुर्गा स्थान में आध्यात्मिक उत्थान मंडल ने आयोजित किया गौ माता संकल्प यात्रा

गौ भक्त लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद गौ भक्तों का करेंगे चुनाव प्रचार

पतरघट. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरते हुए धबौली से सनातनी राजनीति का शंखनाद किया. गौ मतदाता संकल्प यात्रा बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी को उतारेगी. गौ भक्त विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और शंकराचार्य गौ भक्तों का चुनाव प्रचार करेंगे. सनातनी हिंदुओं से गौ माता को राष्ट्र माता घोषित किए जाने के साथ-साथ गौ भक्तों के लिए मतदान की अपील करेंगे. उक्त बातें धबौली सार्वजनिक दुर्गा स्थान में आध्यात्मिक उत्थान मंडल धबौली द्वारा बुधवार को आयोजित गौ माता संकल्प यात्रा के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कही. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा तभी संभव है, जब हम गौ माता का संरक्षण करेंगे. गौ रक्षा हमारी आस्था का विषय ही नहीं, बल्कि यह हमारे समाज और संस्कृति की भी आधारशिला है. उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में केवल उन्हीं प्रत्याशियों को वोट दें, जो गौ रक्षा को लेकर स्पष्ट और दृढ़ संकल्पित हों. शंकराचार्य ने बताया कि हम सभी राष्ट्रीय पार्टी के दिल्ली कार्यालय पर गये और पूछा कि गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए अपना पक्ष लोक सभा सदन में रखिए और अपने पक्ष को हमें बताइए. लेकिन अभी किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक अपना पक्ष गौ माता के विषय में नहीं बताया. इसलिए अब मजबूरी में हमें बिहार विधानसभा चुनाव में गौ भक्त प्रत्याशी उतारना पड़ रहा है. शंकराचार्य ने यह भी घोषणा की कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में सभी विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे. उन्होंने कहा कि नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद औपचारिक रूप से यह बताया जायेगा कि कौन-कौन उम्मीदवार उनकी तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं.

धबौली के लोगों का गौ-रक्षा के प्रति बड़ा इतिहास

परिसर में आयोजित यह कार्यक्रम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माहौल से परिपूर्ण रहा. भक्तों ने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के संदेश को श्रद्धा और उत्साह के साथ आत्मसात किया. अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि धबौली आने से पता चला कि यहां के लोगों का गौ-रक्षा के प्रति एक बड़ा इतिहास है. कालांतर में यहां के लोगों ने कभी गौ हत्या के मामले में बढ़-चढ़कर विरोध किया था. इस वजह से गुरूदेव का धबौली से काफी लगाव रहा होगा. उन्होंने कहा हम धर्माचार्य हैं, हमारी भी अपनी मर्यादा है. हम अपनी मर्यादा नहीं खो सकते हैं. हम सिर्फ लोगों को अपनी प्रेरणा दे सकते हैं. लोगों के विचार में स्पष्टता ला सकते हैं. गौ रक्षा के लिए भले ही राजनीतिक पार्टी द्वारा दावा किया जाता हो, लेकिन वास्तविकता ऐसी नहीं है. इसलिए सभी सनातनी को जागरूक करने आया हूं. जो गौ माता की रक्षा करेगा हम उसका साथ देंगे. उन्होंने कहा कि हम राजनीति में दिलचस्पी रखते हैं कि नहीं यह अभी प्रमाणित नहीं हुआ है. लेकिन राजनीति हमारे धर्मों में दिलचस्पी रखती है, यह प्रमाणित है. हमारे देश की राजनीति ही हमारे सनातनी पर चोट करती है. भारत की राजनीति सनातन धर्मियों के खिलाफ हो रही है. भारत में भारत की राजनीति नहीं हो रही है. सनातनी बहुसंख्यक रहने के बावजूद अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. शंकराचार्य ने युवाओं की तरफ इशारा करते कहा उन्हें संस्कारवान एवं चरित्रवान बनाने की जरूरत है, न कि उनको धनवान बनाने की. शून्य की तरफ न जाकर शिखर की तरफ जाने की सोच रखें. मौके पर धबौली आध्यात्मिक उत्थान मंडल के ब्रजमोहन सिंह उर्फ लाल बाबा, राम प्रमोद सिंह, प्रो कुंदन सिंह सहित सभी ग्रामीण मौजूद थे.

चांदी की पालकी में महाराज का कराया नगर भ्रमण

पतरघट. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के द्वारा मंगलवार की देर शाम प्रखंड क्षेत्र के सीमा में प्रवेश किए जाने पर सनातन संस्कृति से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा बड़ी संख्या में चार पहिया एवं दर्जनों बाइक सवार द्वारा अगुवानी की गयी. जहां धबौली आगमन पर महाराज का श्री निकेतन बासुदेव पथ पर आचार्य ब्रजमोहन सिंह उर्फ लाल बाबा के सानिध्य में सनातन संस्कृति से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत कर पादुका पूजन किया गया. रात्रि विश्राम श्री निकेतन में हुआ. जहां बुधवार को सनातन संस्कृति से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा चांदी से बने पालकी में महाराज को बैठाकर गाजे-बाजे के साथ भक्तिमय माहौल में नगर भ्रमण के बाद मुख्य कार्यक्रम स्थल सार्वजनिक दुर्गा स्थान धबौली ले जाया गया. जहां सैकड़ों की संख्या में मौजूद महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं के बीच महाराज के द्वारा गो रक्षा तथा सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए भक्तों को संकल्प दिलाया. प्रवचन तथा आयोजित प्रेस वार्ता के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मधेपुरा के लिए प्रस्थान कर गये. मौके पर ब्रजमोहन सिंह उर्फ लाल बाबा, राम प्रमोद सिंह, डॉ प्रो कुंदन सिंह सहित सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी धबौली के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, सभी सदस्य एवं आध्यात्मिक उत्थान मंडल धबौली से जुड़े सभी सदस्य व बड़ी संख्या में सनातन संस्कृति से जुड़े कार्यकर्ता मौजूद थे.

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