संस्कृत एकमात्र ऐसी भाषा, जो केवल एक धातु से सैकड़ों शब्दों के निर्माण की क्षमता रखती है

भावी पीढ़ी को संस्कृत के संरक्षण व संवर्धन में आगे आना होगा.

By Dipankar Shriwastaw | August 6, 2025 6:59 PM

महाविद्यालय में संस्कृत सप्ताह पर संगोष्ठी का आयोजन महिषी मुख्यालय स्थित कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्व विद्यालय की अंगीभूत इकाई श्री उग्रतारा भारती मंडन संस्कृत महाविद्यालय में संस्कृत सप्ताह के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ नंद किशोर चौधरी की अध्यक्षता व डॉ प्रभा नंदा के संचालन में संचालित संगोष्ठी को संबोधित करते मुख्य अतिथि व सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ इंद्रानंद ठाकुर ने कहा कि संस्कृत हीं एकमात्र ऐसी भाषा है, जो केवल एक धातु से सैकड़ों शब्दों के निर्माण की क्षमता रखती है. नैतिकता की बात जितनी यहां मिलती अन्यत्र देखने को नहीं मिल पाता. श्री उग्रतारा वेद विद्या केंद्र के संस्थापक आचार्य शत्रुघ्न चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत भाषा को अगर जीविका का साधन बनाया जाये तो धार्मिक कृत्य से हमें फुर्सत नहीं मिलेगी व हमारा आचरण भी उत्कृष्ट बनेगा. वरीय प्राध्यापक डॉ आशीष कुमार ने अतिथि वक्ताओं को पाग व चादर दे सम्मानित किया. प्राचार्य डॉ नंदकिशोर चौधरी ने कहा कि संस्कृत सप्ताह का आयोजन ना केवल परंपरा का सम्मान करना है, अपितु संस्कृत के साथ हमारी प्रतिबद्धता को क़ायम करता है. भावी पीढ़ी को संस्कृत के संरक्षण व संवर्धन में आगे आना होगा. संस्कृत से हीं हमारी संस्कृति चिर काल तक जीवंत बनी रहेगी. संगोष्ठी को डॉ महावीर झा सहित अन्य ने भी संबोधित किया. प्राचार्य ने जानकारी देते बताया कि आगामी 12 अगस्त तक नियमित दोपहर बाद संगोष्ठी का आयोजन कर संस्कृत की महत्ता पर चर्चा होगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है