वोट प्रतिशत बढ़ना एनडीए गठबंधन के जीत का बड़ा कारण :आनंद मोहन
वोट प्रतिशत बढ़ना एनडीए गठबंधन के जीत का बड़ा कारण :आनंद मोहन
कहा, पूरे देश को जिन्होंने करागार में तब्दील कर दिया, वे संविधान खतरे की करते हैं बात सहरसा . बिहार में एनडीए गठबंधन की बड़ी जीत के बाद सहरसा आये पूर्व सांसद आनंद मोहन ने मीडिया प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को अपने आवास पर वार्ता की. उन्होंने कहा कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी, यह चुनाव से पूर्व ही मतदाताओं ने जाहिर कर दिया था. इस चुनाव में पिछले चुनाव की अपेक्षा जहां दो प्रतिशत से अधिक पुरूष मतदाताओं ने अपना मतदान किया. वहीं पांच प्रतिशत से अधिक महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वोट प्रतिशत बढ़ना एनडीए गठबंधन के जीत का बड़ा कारण रहा. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार में टूट के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वे नहीं सभी कहते हैं कि इस टूट का मुख्य कारण बाहरी लोगों का पार्टी में हस्तक्षेप है. लालू जी को आगे बढ़कर इसमें अभिभावक के तौर पर सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए. महागठबंधन के पुअर परफॉर्मेंस पर उन्हें चुप्पी तोड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने पहले ही एनडीए को वाॅक ओवर दे दिया था. वे आपस में एक दूसरे से चुनाव के समय भी लड़ते रहे. कभी कांग्रेस तो कभी वीआईपी पार्टी आपस में लड़ती रही. महागठबंधन ने वोट चोरी की नैरेटिव सेट करने की कोशिश की. बंगाल, झारखंड, कर्नाटक सहित अन्य प्रदेशों में जीते तो उन्हें जनादेश बताया. जबकि वही मशीन व वही चुनाव आयोग सभी जगह थे. उन्होंने कहा कि वह पहले ही कह रहे थे कि 14 नवंबर के बाद ये लोग हंगामा करेंगे कि वोट चोरी हो गयी. यह नैरेटिव उन लोगों ने सेट किया है, जो पहले ऐसा करते थे. उन्हें शिवहर से जबरन 917 वोट से हराया गया. जबकि वे जीत रहे थे. जबकि वोट चोरी का काम उनके शासन काल में होता था. उनके शासनकाल में न्यायपालिका पर बंदूक की नोंक पर पहरा बैठाया गया, अभिव्यक्ति की आजादी को कुचला गया. 39वां संविधान संशोधन कर संविधान के साथ सबसे ज्यादा छेड़छाड़ की गयी. वे आज कहते हैं संविधान खतरे में है. उन्होंने पूरे देश को कारागार में तब्दील कर दिया. सवा लाख लोगों में जयप्रकाश नारायण सहित उन्हें व अन्य बड़े नेताओं को जेल में बंद कर दिया. पूरे देश को जिन्होंने करागार में तब्दील कर दिया, वे संविधान खतरे की बात करते हैं. जनता प्रबुद्ध है, सब समझ रही है. चेतन आनंद के मंत्री पद दिये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोगों की मांग तो यह है कि चेतन आनंद को कैबिनेट में शामिल किया जाये, लेकिन यह सबकुछ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निर्भर करता है. मौके पर अजय कुमार बबलू, अरविंद सिंह, हीरा सिंह, डिग्री सिंह, संतोष सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
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